कर्म और योग में बैलेंस रखने के लिए जरूरत होती है प्रैक्टिस की
देहरादून : कर्म योग का अर्थ सभी बातों में बैलेंस रहना है। कर्म करते हुए योग को नही भूलना और...
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Read moreदेहरादून : जिस प्रकार योद्वा, युद्व भूमि पर जाने के पूर्व अपने शस्त्र और सामाग्री की जाॅच करने के बाद...
Read moreदेहरादून : दृढ़ संकल्प परिवर्तन का आधार है। वर्तमान समय भले ही हमारे भीतर कोई कमी ,कमजोरी हो लेकिन भविष्य...
Read moreसत्यता की अथॉरिटी : सत्यता कभी हिलती नहीं बल्कि अचल होती है। देहरादून : सबसे बड़े से बड़ी शक्ति वा...
Read moreदेहरादून : कर्म युद्ध के भूमि पर किले का मजबूत रहना जरूरी है। मजबूत स्थूल किला पर दुश्मन का वार...
Read moreदेहरादून : हमेशा लक्ष्य एक हो। अगर लक्ष्य बदलता रहेगा तो एकाग्रता कैसे रहेगी ? इससे विचारों की श्रंखला टूट...
Read moreदेहरादून : दृढ़ता, निश्चय बुद्धि का अनुभव कराता है। दृढ़ता सदा निश्चय अटल बनाता है और कभी डगमग भी होने...
Read moreदेहरादून : जब ड्रामा में सब कुछ फिक्स है तब हम क्यों पुरूषार्थ करें। कर्म से भाग्य बनता है, न...
Read moreदेहरादून : लॉ ब्रेकर की जगह लॉ मेकर बनना है। लॉ मेकर होने के लिए लॉ फुल बनना होगा, लॉ...
Read moreदेहरादून : लोगो की शिकायत रहती है कि परिश्रम ,पराक्रम और पुरुषार्थ करने पर भी सफलता नही मिल पाई। इसके...
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