कोटद्वार । निदेशक उच्च शिक्षा,उत्तराखंड, हल्द्वानी के आदेश के क्रम में राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार में ऑनलाइन शिक्षण के दौरान आ रही समस्या के निराकरण हेतु हेल्पलाइन नम्बर (7060191455) जारी किया गया है तथा प्राचार्य द्वारा इस हेतु बी एड विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ अमित कुमार जायसवाल को समन्वयक नियुक्त किया गया ।
प्राचार्य प्रोफेसर जानकी पंवार ने बताया कि ऑनलाइन शिक्षण के दौरान किसी भी तरह की आ रही समस्या के निराकरण हेतु इच्छुक विद्यार्थी प्रतिदिन सुबह 9 बजे से 12 बजे के मध्य अपनी समस्या के निराकरण हेतु प्रभारी डॉ अमित कुमार जायसवाल से उपरोक्त हेल्प-लाइन नम्बर 7060191455 पर सम्पर्क करें। आप सभी के संज्ञान में लाना है कि कोविड-19 के बढ़ते दुष्प्रभाव व संक्रमण के चलते सरकार द्वारा घोषित किये गये लॉक डाउन के बीच यू जी सी के दिशा निर्देशों के क्रम में महाविद्यालय कोटद्वार में अध्ययनरत छात्र- छात्राओं के मानसिक स्वास्थ्य को उत्तम बनाये रखने और उन्हें किसी भी प्रकार के तनाव और अवसाद से बचाने के लिए महाविद्यालय ने प्रदेश में सबसे पहले 7 अप्रैल 2020 को ही अपना मानसिक स्वास्थ्य हेल्पलाइन नम्बर (7060191455) जारी कर दिया था और इस हेतु डॉ अमित कुमार जायसवाल को प्राचार्य द्वारा समन्वयक भी नामित कर दिया गया था। तत्पश्चात प्रदेश सरकार द्वारा लॉक डाउन की अवधि पुन: 30 अप्रैल 2020 तक बढ़ाए जाने एवं आगामी मई तक शिक्षण कार्य के स्थगित रहने की आशंका के मध्य महाविद्यालय की मानसिक स्वास्थ्य हेल्पलाइन का विस्तार भी किया गया था। जिसमें सभी विभागों के विभाग प्रभारियोँ, एन सी सी, एन एस एस व रोवर्स रेंजर्स प्रभारियोँ को भी शामिल किया गया था। जिससे विद्यार्थियों के मनोबल को मजबूत करने व उन्हें किसी भी विषय में पाठ्यक्रम सम्बंधी कोई भी दिशा निर्देशन व परामर्श प्रदान करने में महाविद्यालय एक सशक्त टीम के साथ एकजुट होकर सहयोग प्रदान कर पाने मे सक्षम हो सके।
महाविद्यालय की विस्तृत हेल्पलाइन टीम व नंबर –
1- डॉ अमित कुमार जायसवाल, संयोजक- 7060191455
2- डॉ डी एम शर्मा- बी एड विभाग प्रभारी- 9837435811
3- डॉ रीटा शर्मा- इतिहास 9149019344
4- डॉ सीमा चौधरी- राजनीति वि0- 9412117360
5- डाॅ महन्थ मौर्य- भूगोल- 9415367528
6- डॉ अनुराग अग्रवाल- अर्थशास्त्र- 9412108666
7- डॉ एम डी कुशवाहा- वनस्पति विज्ञान- 9410765553
8- डॉ प्रीती रानी- वाणिज्य- 9410790136
9- डॉ स्मिता बडोला- जन्तु विज्ञान- 9412112520
10- डॉ अभिषेक गोयल- रसायन विज्ञान 9412833704
11- डॉ पी डी अग्रवाल- गणित- 9719343010
12- डॉ मुकुल कुमार- संगीत-9410137050
13- डॉ तनु मित्तल- समाजशास्त्र व एनसीसी- 9675343833
14- डॉ डी एस चौहान- भौतिकी व चीफ़ प्रॉक्टर- 9412441350
15- डॉ अरुणिमा मिश्रा- संस्कृत- 9690321604
16- डॉ सीमा कुमारी – गृह विज्ञान- 9412045991
17- डॉ वन्दना चौहान- अन्ग्रेजी व रेंजर्स- 9458969381
18- डॉ अजीत सिंह- रोवर्स- 8077528513
19- डॉ किशोर चौहान- एन एस एस – 9411370536
20- डॉ विनोद सिंह – चित्रकला व पुस्तकालय- 9456480980
21- डॉ प्रवीण जोशी- कैरियर काउंसिलिंग- 7505362764
22- डॉ नीता भट्ट- कैरियर काउंसिलिंग- 9410127755
23- डॉ शोभा रावत- कैरियर काउंसिलिंग- 8630263243
24- डॉ सुनीता नेगी- कैरियर काउंसिलिंग- 8630502603
25- डॉ भागवत रावत- पी टी ए सचिव- 8057460162
समस्त प्राध्यापक निरंतर छात्र छात्राओं की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं। महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर जानकी पंवार ने बताया कि समिति के सभी सदस्यों के साथ ही महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापको को महाविद्यालय परिवार के नाम से गठित वॉट्सएप्प ग्रुप के माध्यम से बार बार निर्देशित किया जा रहा है कि इस लॉक डाउन की सम्पूर्ण अवधि के दौरान सभी प्राध्यापक अपने मोबाइल नम्बर ऑन रखेंगे तथा वॉट्सएप्प ग्रुप के माध्यम से नित नवीन सूचनाओं और आदेशों से अवगत होकर उनका अनुपालन सुनिश्चित करेंगे ।
प्राचार्या ने यह भी निर्देशित किया कि समिति के सभी सदस्य समन्वयक डॉ अमित कुमार जायसवाल से समन्वय स्थापित कर सभी तरह के उपलब्ध शिक्षण संसाधनों के साथ विद्यार्थी हित में सदैव तत्पर रहेंगे। प्राचार्या ने कहा कि सभी कक्षाओं की प्रतिदिन निश्चित समय सारणी के अनुसार ऑनलाइन शिक्षण शुरू है। प्रत्येक दिन के ऑनलाइन शिक्षण का व्यौरा सप्ताह के अन्त में निदेशक उच्च शिक्षा महोदय और शासन को भी प्रेषित किया जा रहा है। साथ ही महाविद्यालय की दैनिक ऑनलाइन गतिविधियों का उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा भी संज्ञान लिया जा रहा है। उन्होने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थी अपने कैरियर, पढाई और परीक्षा को लेकर किसी भी तरह का तनाव न लें। महाविद्यालय परिवार इस आपदा और महामारी की घड़ी में आपके साथ है। आप सभी अपने घरों में रहें, नियमित व्यायाम करें, रोचक और प्रेरणापद कहानियाँ पढें, संगीत सुनें, परिवार के साथ समय बिताएं, अपने बुजुर्गों की देखभाल और सेवा करें, पूरी नींद लेँ, अपनी सृजनात्मकता का उपयोग करें, लेख लिखें, नोटस बनायें, कविता लिखें, गीत लिखें, चित्रकारी करें और खुश रहें। इस विपत्ति को एक अवसर के रूप में लें और धैर्य तथा साहस व मनोयोग के साथ इसका डटकर मुकाबला करें, हम जल्दी ही इससे निजात पा लेंगे ।
Discussion about this post