एसएफआई के छात्रों ने फूंकी यूजीसी की गाइड लाइन की प्रतियां
गोपेश्वर (चमोली)। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ़ इंडिया (एसएफआई) की गोपेश्वर इकाई ने बुधवार को उत्तराखंड श्रीदेव सुमन विश्व विद्यालय के परिसर काॅलेज गोपेश्वर के गेट पर महाविद्यालयों में परीक्षा के लिए यूजीसी की ओर से जारी नई गाइड लाइन में स्पष्ट निर्देश न होने के विरोध में गाइड लाइन की प्रतियां जलायी गई।
एसएफआई की छात्र नेता ज्योति का कहना है कि यूजीसी ने जो छह जून को परीक्षा के लिए नई गाइड लाइन जारी की है वह अस्पष्ट व भेदभाव पूर्ण है। कहा कि गाइड लाइन में परीक्षा को ऑफ़ लाइन या ऑन लाइन करवाये जाने की बात की गई है। जबकि ऑन लाइन परीक्षा होने की दशा में छात्रों का एक बड़ा वर्ग परीक्षा से वंचित हो जायेगा। क्योंकि पर्वतीय क्षेत्रों के अधिकांश गांव में नेटवर्क का अभाव है। यही नहीं जब शहरी क्षेत्रों में तक कई-कई समय तक नेटवर्क गायब रहता है तो ऐसे में ऑन लाइन परीक्षा कैसे संभव है। वहीं ऑफ़ लाइन परीक्षा होना भी संभव नहीं है कोरोना संक्रमण के कारण शारीरिक दूरी की बात की जा रही है ऐसे में छात्र अपने विद्यालय तक नहीं आ पायेंगे।
वहीं इंडियन कांउसिल फाॅर मेडिकल रिसर्च ने भी स्पष्ट किया है कि नवम्बर माह तक कोरोना का संक्रमण और अधिक बढेगा ऐसे में सितम्बर माह में परीक्षा करवाने की बात करना छात्र हित में नहीं है। कहा कि कारपोरेट के दबाव में आकर समाज के एक बड़े तबके को शिक्षा से वंचित किये जाने की साजिश की जा रही है। जिसका उनका संगठन विरोध करता है और मांग करता है कि शिक्षा को सार्वभौमिक बनाया जाए, परीक्षा शुल्क न लिया जाए, कोरोना महामारी को देखते हुए परीक्षा न करवाई जाए। विरोध प्रदर्शन में शैलेंद्र परमार, ज्योति, नितिन मलेठा, गोविंद, शरद, मोहित आदि शामिल थे।
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