लक्ष्मणझूला / गढ़वाल : इस समय समूचा विश्व कोविड-19 के कहर से जूझ रहा है. कोरोना के योद्धा इस जंग में पूरे मनोयोग से लगे हुए हैं, जिसमें महिलाएं भी पीछे नहीं हैं. जो घर परिवार देखने के साथ ही कोरोना से भी जंग लड़ रही हैं. उनके हौंसले और जज्बे को सलाम. पुरुष कर्मियों के साथ ही महिलाएं भी कंधे से कंधा मिलाकर कोरोना से जंग में डटी हुई हैं. इसमें महिला चिकित्सक, स्टाफ नर्स, पुलिस कर्मी और सफाई कर्मी भी शामिल हैं. कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए नारी शक्ति पूरा दम लगा रही है. इसी क्रम में लक्ष्मणझूला थाने में पदस्थ महिला सिपाही ऊषा नेगी कोरोना काल में बेहतरीन ड्यूटी करने के चलते मई 2020 के इम्पलॉयी ऑफ़ द मन्थ चयनित किया गया.
जी हाँ आज हम एक ऐसे ही कोरोना योद्धा जनपद पौड़ी गढ़वाल के लक्ष्मणझूला थाने के कार्यालय में तैनात महिला कॉन्स्टेबल ऊषा नेगी की बात की बात कर रहे है. कोरोना महामारी के चलते अचानक लगे लॉकडाउन में आम आदमी को थोड़ी परेशानी तो हुई है. लेकिन लोगो की मदद के लिए महिला कॉन्स्टेबल ऊषा नेगी के द्वारा लगातार अपने दायित्व का निर्वहन किया जा रहा है जिससे आम जनमानस का जीवन भी सामान्य तरीके से चलता रहे. क्षेत्र के लोगो की समस्या आती है. सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए महिला कॉन्स्टेबल ऊषा नेगी के द्वारा कोरोना महामारी के दौरान बखूबी कार्य किया जा रहा है. महिला कॉन्स्टेबल ऊषा नेगी की कार्यशैली और कार्यप्रणाली की जमकर तारीफ हो रही है. अपनी कार्यशैली और व्यवहार के चलते लॉकडाउन में फंसे व्यक्तियों एवं प्रवासियों के जनपद में उनके गन्तव्य तक भेजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. बधाई के पात्र ऐसे कोरोना योद्धा जो अपनी जान की परवाह न करते हुए राष्ट्र हित में ड्यूटी पर तैनात है.
महिला कॉन्स्टेबल ऊषा नेगी का मददगार स्वभाव प्रवासियों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. ऊषा नेगी के द्वारा कोरोना महामारी में विदेशी नागरिको को उनके देश भेजने से सम्बन्धित कार्यो का पंजीकरण करने के साथ साथ उनको कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए उपाय बता कर उन्हें जागरूक कर रही है और उनके गन्तव्य तक पहुंचाने के साथ साथ बाहरी राज्यों एवं जनपदों से आने वाले प्रवासियों की सूचना चैकपोस्टो से संकलित कर उन्हें पुलिस कार्यालय प्रेषित करने का कार्य कुशलता पूर्वक किया गया.
“लक्ष्मणझूला थाने में तैनात महिला कांस्टेबल ऊषा नेगी का कहना है कि मेरी पंसद जनता की सेवा करना था जिस कारण मैने पुलिस को चुना. कोरोना महामारी में आम जनता को पुलिस की सहायता की आवश्यकता है जिसे की हम लोग बखूबी निभा रहे है. वर्तमान समय में पूरा विश्व कोरोना संक्रमण से जुझ रहा है और हमारा देश व प्रदेश भी इससे अछूता नहीं है. ऐसे समय में हर किसी को मदद के लिए आगे आना होगा तभी इस महामारी से लड़ा जा सकता है. कहा कि उनका नैतिक दायित्व है कि वह इस महामारी में सरकार का सहयोग करें.”
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