पथरी/ हरिद्वार : कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव को लेकर पुरे देश में 03 मई तक लॉकडाउन किया गया है. इस लॉकडाउन के चलते शराब की दुकाने भी बंद है तो शराब कारोबारियों के द्वारा कच्ची शराब का काम किया जा रहा है. जनपद हरिद्वार में लगभग एक वर्ष पूर्व कच्ची शराब पीने से कई लोगो की मौत भी हो गयी थी.
लॉकडाउन में कच्ची शराब के खिलाफ सीओ पथरी के सुपरविजन में पथरी पुलिस ने अभियान चलाया हुआ है तो ऐसे में यक्ष प्रश्न यह खड़ा होता है कि ऐसे समय आबकारी विभाग कहाँ है ? जिसको शराब के खिलाफ कार्यवाही करनी थी. खैर यह तो आबकारी विभाग के अधिकारी ही बता पायेगे लेकिन इसके साथ साथ वन विभाग भी सवालों के घेरे में आ जाता है क्योंकि अधिकांश लाहन वन क्षेत्र के आस पास पाया गया है जो एक बड़ी लापरवाही के साथ वन विभाग के गस्ती पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा करती है. लाहन की खुशबु से वन्य जीव आकर्षित होता है और यदि इस लाहन में शराब बनाने के लिए कोई कैमिकल मिलाया हो और वन्य जीव इस लाहन को पीता है तो उसकी मौत भी हो सकती है ? तो फिर इस दुर्घटना का जिम्मेदार कौन होगा ?
आपको बताते चले कि सीओ पथरी राजन सिंह अपनी अलग कार्यशैली के चलते जाने जाते है. सीओ राजन सिंह कही गरीबो को खाद्यान सामग्री बांटते नजर आते है तो कहीं आम लोगो की समस्याओ को सुलझाते हुए. आम जनता में मजबूत पकड़ वाले सीओ कहे जाते है राजन सिंह. जिसका परिणाम यह है कि क्षेत्र में जहाँ लॉकडाउन के चलते पुलिस लॉकडाउन का पालन करा रही है तो वहीं अपराधियों की धर पकड़ भी कर रही है. सीओ राजन सिंह अपनी इसी कार्यशैली के चलते जाने जाते है जहाँ अपराधियों ओर गलत कार्य करने वालो में उनका खौफ नजर आता है तो वहीं आम जनता के बीच काफी लोकप्रिय रहते है.
लॉकडाउन का पालन जिले में पूरी कड़ाई के साथ किया जा रहा है किन्तु अवैध कच्ची शराब के खिलाफ मोर्चा जिले में पथरी पुलिस का ही दिखाई दे रहा है. आपको बताते चले कि सीओ पथरी के सुपरविजन में पथरी पुलिस द्वारा लॉकडाउन में लगभग 12 हजार लीटर कच्ची शराब का लाहन नष्ट किया गया है. सीओ पथरी के सुपरविजन में लॉकडाउन के पालन के साथ साथ अवैध शराब के खिलाफ भी मोर्चा खोला हुआ. आपको बताते चले कि पथरी क्षेत्र में अधिकांश शराब जंगल में निकाली जा रही है सोचने वाला विषय यह है कि जब पथरी पुलिस लॉकडाउन का पालन कराने के साथ साथ अवैध शराब के कारोबारियों पर भी लगातार कार्यवाही कर रही है तो जिले में अन्य पुलिस थानों के क्षेत्र में शराब निकल नही रही है या कोई कार्यवाही नही हो रही है यह तो वह लोग ही जाने. जिले में लॉकडाउन के चलते शराब की सभी दुकाने तो बंद है तो जो लोग शराब पीते है उनको शराब कहाँ से मिल रही है.
कही कच्ची शराब के कारोबारी पथरी तो नही पहुँच गये
जनपद हरिद्वार में कच्ची शराब से लगभग एक वर्ष पूर्व झबरेडा में मौत हो चुकी है जिसका असर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में भी हुआ. वर्तमान में पथरी पुलिस की कार्यप्रणाली को देखते हुए तो लगा रहा है कि जिले में कहीं कच्ची शराब निकल रही है या पकड़ी जा रही है वो क्षेत्र ही पथरी है. कही ऐसा तो नही कि जनपद हरिद्वार में लगता है कि सारे शराबी व कच्ची शराब निकालने वाले या पथरी क्षेत्र में जा पहुंचे है या पथरी पुलिस के हाथ कोई जादुई चिराग हाथ लग गया है जिससे वो कच्ची शराब बनाने वालो को पकड़ ही लेते है या अन्य पुलिस एवं आबकारी विभाग मौन क्यों हैं. पुलिस के पास कानून व्यवस्था से लेकर तमाम कार्य होते है और उसके बाद भी पथरी पुलिस लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराने के साथ साथ अवैध शराब के कारोबार करने वालो पर भी नकेल कसे हुए है.
वन्य जीवो के साथ हो सकती है बड़ी दुर्घटना
कच्ची शराब बनाने वाले पथरी क्षेत्र में नदी के किनारे जंगलो में लाहन बनाते है और वहीं पर कच्ची शराब निकालते है. लाहन की खुशबु से आकर्षित होकर उसे पीने आ जाए और उसमे कैमिकल मिला हो तो यह एक बड़ी दुर्घटना हो सकती है. इसका जिम्मेदार कौन होगा यह बड़ा सवाल खड़ा होता है.
क्या कहते है उप आयुक्त आबकारी
उप आयुक्त आबकारी एवं प्रभारी जिला आबकारी हरिद्वार प्रभा शंकर मिश्रा ने बताया कि आबकारी विभाग के द्वारा लगातार कार्य किया जा रहा है और आगे भी अभियान जारी रहेगा. कच्ची शराब एवं अवैध शराब कारोबारियों पर नकेल कसने के लिए विभाग कार्य कर रहा है.
क्या कहते है आबकारी निरीक्षक
आबकारी निरीक्षक हरिद्वार लक्ष्मण सिंह बिष्ट कह्ते है कि क्षेत्र में लगातार छापेमारी की जा रही है और अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है.
क्या कहते है वन क्षेत्राधिकारी
हरिद्वार रेंज के वन क्षेत्राधिकारी दिनेश नौडियाल ने बताया कि जंगल में इस तरह की कोई गति विधि नही हो रही है ये लोग जो शराब निकालते है वो अपने खेतो में इसे निकालते है. वन विभाग के द्वारा पुलिस एवं आबकारी विभाग को परस्पर सहयोग दिया जाता है.
क्या कहते है क्षेत्राधिकारी पथरी
सीओ राजन सिंह ने बताया कि अवैध शराब के कारोबार के खिलाफ टीम गठित कर अलग-अलग क्षेत्र में ठिकानों पर छापेमारी गयी. छापेमारी के दौरान अवैध कच्ची शराब वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करते हुए क्षेत्र से लगभग 12 हजार लीटर लाहन नष्ट किया गया साथ ही कच्ची शराब बरामद की गयी और कच्ची शराब बनाने वाले लाहन के साथ साथ भट्टियो को भी नष्ट कराया गया. सीओ राजन सिंह ने बताया कि अवैध कारोबार करने वालो को किसी कीमत पर भी बख्शा नहीं जायेगा. सीओ राजन सिंह ने कहा कि कच्ची शराब बनाने और बेचने वालो की खैर नही. अवैध शराब के खिलाफ लगातार छापेमारी करते रहेगे.
Discussion about this post