posted on : अगस्त 1, 2021 4:41 अपराह्न
कोटद्वार । ग्रामीण विकास नागरिक विचार मंच की ओर से नशामुक्ति दिवस पर गोष्ठी व गढ़वाली कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें समाज में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति तथा पलायन पर कवियों ने अपनी कविता के माध्यम पर प्रकाश डाला।बालासौड़ स्थित एक बारातघर में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ.नंद किशोर ढौंडियाल व डॉ.नागेंद्र प्रसाद ध्यानी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
विचार मंच के महासचिव जनार्दन प्रसाद ध्यानी द्वारा विचार मंच के सामाजिक कार्यों पर प्रकाश डालते हुए उल्लेखनीय कार्यों का विवरण दिया गया। जिसमें महिला सम्मानए मेधावी छात्र सम्मानए वृक्षारोपण एवं पर्यावरण दीन दुखियों की सहायता एवं गौ सेवा जैसी कार्यों की विवेचना की गई। मंच के अध्यक्ष प्रवेश चंद्र नवानी द्वारा अपने स्वागत भाषण में मंचासीन एवं सभा सदन में कार्यक्रम में उपस्थित होने वालों का स्वागत एवं अभिनंदन किया गया। उन्होंने उत्तराखंड से पलायन रोकने के लिए भू कानून की आवश्यकता पर जोर दिया। गढ़वाली कवि सम्मेलन में कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से सामाजिक समस्याओं पर कटाक्ष किया।
इस दौरान कवि अनुसूया प्रसाद डंगवाल ने दाह चालीसा, महेशानंद गौड़ ने झमझम भूमि डाली, दिनेश ध्यानी ने गढ़ व्वे हो लगाणी चण, डॉ चंद्रमोहन बड़थ्वाल ने आज पहाड़ मा दारू, जगदीश प्रसाद भारद्वाज ने हरेला, मोहिनी नौटियाल ने डाली पैंया डाली, सरिता मैंदोला ने कोरोना, डॉ. केएस चौहान रिद्धि भट्ट ने समलौणा गैनि की प्रस्तुति दी। इस मौके पर सर्वोदय सेविका शशि प्रभा रावत, पंकज ध्यानी, शशि किरण कंडवाल, अनीता कैंथोला, संजय नवानी, भगवती भारद्वाज, वीरेंद्र गुसाईं, नरेंद्र सिंह रावत, प्रेम सिंह रावत, ओम प्रकाश बड़थ्वाल, प्रभाकर ध्यानी, राकेश चंद्र नैथानी, देवी प्रसाद कंडवाल, बीबी ध्यानी आदि मौजूद रहे।
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