गोपेश्वर (चमोली)। जिला चिकित्सालय गोपेश्वर में ओपीडी बंद होने के कारण साधारण बीमारियों के इलाज और बच्चों के टीकाकरण के लिये लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यहां जिले के प्रभारी मंत्री डा. धन सिंह की ओर से दिये गये निर्देशों के बाद भी वर्तमान तक स्वास्थ्य विभाग की ओर से सामन्य ओपीडी के लिये कोई व्यवस्था नहीं की गई है। वहीं विभागीय अधिकारी कर्मचारियों की कमी का रोना रो रहे हैं।
बता दें कि कोरोना संक्रमण के चलते चमोली जिला चिकित्सालय को प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने कोविड अस्पताल बना दिया है। जिसके चलते चिकित्सालय में ओपीडी कार्य बंद किया गया है। लेकिन सामान्य मरीजों की परेशानियो को देखते हुए बीती दो जून को जिले प्रभारी मंत्री ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को नगर में चिकित्सालय के समीप स्थित सीतापुर नेत्र चिकित्सालय में ओपीडी व टीकाकरण की व्यवस्था करवाने के निर्देश दिये। लेकिन विभाग की ओर मामले में वर्तमान तक कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है। जिससे लोगों को सामान्य उपचार और टीकाकरण जैसी सुविधा के लिये खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय निवासी नरेंद्र कुमार, मनीष प्रसाद और देवेंद्र का कहना है कि नगर सहित दशोली विकास खंड के अधिकांश गांवों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का एकमात्र साधन जिला चिकित्सालय है। लेकिन चिकित्सालय में ओपीडी बंद होने से दिक्कतें बढ रही हैं।
क्या कहते है अधिकारी
जिला चिकित्सालय में कोविड हाॅस्पिटल बनाया गया था। जिसके चलते यहां ओपीडी बंद की गई थी। लेकिन कर्मचारियों की कमी के चलते अन्यत्र व्यवस्था नहीं की जा सकी है। ऐसे में अब आगामी 11 जून से जिला चिकित्सालय में पुनः ओपीडी शुरु करवाने के आदेश कर दिये गये है।
डा. केके सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी, चमोली।
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