रुद्रप्रयाग : कोरोना के कारण लाॅकडाउन में फंसे लोगों को अब वापस लाया जा रहा है। इन लोगों को 14 दिनों के लिए अनिवार्य रूप से क्वारंटीन किया जाएगा। सरकार भी व्यवस्थाएं जुटा रही है। लेकिन, रुप्रयाग जिले के अगस्त्यमुनि विकासखंड के मदोला गांव ने कुछ अलग करने की ठानी और खुद ही ग्रामीणों ने अपने प्रयासों से गांव में क्वारंटीन सेंटर बना दिया। इस क्वारंटीन सेंटर में सभी सुविधाओं की व्यवस्था की गई है।
मदोला गांव के युवाओं ने तय किया कि वो सरकार पर अतिरिक्त बोझ ना डालकर अपनी जिम्मेदारियों का निवर्हन करेंगे। आपसी सहयोग से गांव में तीन क्वारंटीन सेंटर बना दिए। इनमें रेड और ग्रीन जोन से आने वाले प्रवासियों को अलग-अलग रखा जाएगा। इन क्वारंटीन सेंटरों में टीवी की व्यवस्था के साथ ही अन्य जरूरी व्यवस्थाएं भी की गई हैं। क्वारंटीन के नियमों का उल्लंघन करने वालों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।
दूसरे प्रदेशों से आने वाले लोगों को लेकर जहां कुछ गांवों में विवाद की स्थिति हो रही है। लोग सरकारी इंतजामों को इंतजार कर रहे हैं। मदोला के ग्रामीणों ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए अपने प्रसायों से 3 क्वारंटीन सेंटर बनाकर मिसाल पेश है। मदोला गांव के क्वारंटीन सेंटर लोगों के लिए प्रेरणा का काम करेंगे।
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