posted on : अप्रैल 27, 2022 3:58 अपराह्न
उत्तरकाशी (कीर्तिनिधी सजवाण): राम कथा के दौरान राष्ट्रीय संत मुरलीधर महाराज ने कहां की यूं तो हर घर में बिजली है लेकिन बिजली का स्रोत तो बिजलीघर है उसी प्रकार धाम धाम में सुख है लेकिन सुख का धाम अथवा सुख का स्रोत तो केवल राम ही है। कल युग में केवल राम नाम ही आधार है जिस व्यक्ति ने राम नाम रूपी नाव का सहारा ले लिया वह व्यक्ति इस संसार रुपी भव सागर से पार उतर जाता है। राष्ट्रीय संत मुरलीधर महाराज ने मंगलवार को श्री राम कथा के दौरान कहे। वे देवभूमि उत्तराखंड के हिमालय में स्थित सौम्य काशी के मां भागीरथी के किनारे स्थित राम लीला मैदान में अष्टदस महापुराण एवं अतिरुद्र महायज्ञ समिति द्वारा वसुधैव कुटुंबकम व विश्व शान्ति की पवित्र भावना से आयोजित नौ दिवसीय श्री राम कथा कथा के चौथे दिन की राम कथा में राम भक्तों को संबोधित कर रहे थे।
मंगलवार की दिव्य कथा के माध्यम से संत श्री ने गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज द्वारा रचित श्रीरामचरितमानस के बालकांड में वर्णित राजा दशरथ के भगवान राम सहित चारों पुत्रों के नामकरण संस्कार, बाललीलाओं, विद्यारंभ संस्कार व अहल्या उद्धार प्रसंग का बड़े ही सुन्दर भाव से वर्णन किया। कथा के माध्यम से महाराज श्री ने कहा कि जीवन रुपी गाड़ी में सुख व दुख दो तरह के स्टेशन है लेकिन एक राम नाम रुपी ऐसा जंक्शन है जहां से जीवन की गाड़ी मोड़ने पर आंनद ही आनंद की प्राप्ति होती है। जो लोग राम नाम का सहारा लेते हैं वे जगत का आधार बन जाते है। रामायण जी की सुंदर चौपाइयों पर श्रोताओं ने खूब आनन्द लिया।
इस अवसर पर संत वृंद सहित मुख्य यजमान, डॉ0 हरिशंकर नौटियाल ,पवन नौटियाल,और उनका पूरा परिवार,अष्टादश महापुराण समिति के अध्यक्ष ,हरि सिंह राणा, व्यवस्थापक, घनानंद नौटियाल ,महासचिव, रामगोपाल पैन्यूली,संयोजक प्रेम सिंह पवार, कोषाध्यक्ष ,जीत वर सिंह नेगी, वित्त समिति के आनंद प्रकाश भट्ट, रामकृष्ण नौटियाल, महावीर रावत, नत्थू सिंह रावत आशीष भट्ट सविता भट्ट, गीता गैरोला पंडित रविंद्र नौटियाल ,और मीडिया प्रभारी चंद्रप्रकाश बहुगुणा ,भूपेश कुरियाल ,और अजय बडौला, और अनेक श्रद्धालु उपस्थित थे