कोटद्वार : उत्तराखण्ड विकास पार्टी ने प्रेस को एक बयान जारी कर कहा कि उत्तराखंड की लाइफ लाइन ट्रांसपोर्ट व्यवसाय को लॉक डाउन से भारी झटका लगा है। यद्यपि ट्रांसपोर्ट व्यवसाय उत्तराखंड की लाइफ लाइन है मगर इससे जुड़े लोग सामान्य जीवन गुजर बसर करते हैं। टैक्सी जीप और बस मालिक भी कर्ज़ों में दबे हुए रहते हैं।
उविपा ने कहा कि ऐसे में लॉक डाउन पीरियड में गाड़ियों के ना चलने की वजह से कोई आय ना होने से रोड टैक्स, बीमा आदि का भुगतान किया जाना संभव नहीं है , क्योंकि करीब 80% गाड़ियां लोन पर हैं। ऐसे में लोन पर लग रहा ब्याज का भुगतान किया जाना भी संभव नहीं है।
उत्तराखंड विकास पार्टी उत्तराखण्ड सरकार से यह मांग करती है कि वह उत्तराखंड के समस्त ट्रांसपोर्ट ऑपरेटरों के साथ विचार विमर्श कर तीन से छह महीने का रोड टैक्स खत्म कर दे। इस अवधि के बीमा का भुगतान भी सरकार द्वारा राहत पैकेज के रूप में किया जाय राहत पैकेज से गाड़ियों पर लिए गए ऋण पर दो महीनों का ब्याज भी राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाय। इस तरह की ट्रांसपोर्ट यूनियनों की मांगों पर सरकार गंभीरता से विचार करें और उत्तराखंड की लाइफ लाइन ट्रांसपोर्ट यूनियन को भारी घाटे से बचाये ताकि राज्य विकास की गति पकड़ सके।
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