सहारनपुर : लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन एजुकेशन इंडस्ट्री को काफी फायदा मिला है। इस दौरान ऑनलाइन क्लासेज में कई गुना का इजाफा देखने को मिला है। इस तरह के आंकड़े कई संस्थानों को ऑनलाइन एजुकेशन की दिशा में प्रोत्साहित कर रहे हैं। साथ ही ऑनलाइन एजुकेशन की दिशा में इनोवेशन को बल दे रहे हैं। मौजूदा वक्त में प्रवेश से लेकर लिखित परीक्षाएं ऑनलाइन हो रही हैं। इस तरह के इनोवेशन आने वाले दिनों में एजुकेशन सेक्टर में नए तरह के ट्रेंड लेकर आ सकते हैं। एक अनुमान के मुताबिक बहुत बड़ी संख्या में भारतीय बच्चे पुरानी क्लास रूम एजुकेशन की बजाय ऑनलाइन ई-लर्निंग को पसंद कर रहे हैं। भारतीय डेमोग्राफी भी ऑनलाइन लर्निंग को सपोर्ट करती है। भारत में बड़ी तादाद में बच्चे रुरल या सेमी अर्बन इलाकों से आते हैं, जहां शिक्षण संस्थान बहुत कम है। ऐसे में ऑनलाइन क्लासेस वाला इंफ्रास्ट्र्क्चर आने वाले दिनों में भारतीय शिक्षा व्यवस्था के लिए काफी कारगर साबित हो सकता है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा ई-लर्निंग मार्केट बन गया है।
बनारसी दास इण्टर कॉलेज के अध्यापक एवं शैक्षिक जागरूकता समूह के सचिव अम्ब्रीष कुमार ने एक रिपोर्ट के हवाले से बताया कि भारत में साल 2021 तक ऑनलाइन एजुकेशन सेक्टर का कारोबार करीब 2 बिलियन डॉलर का हो जाएगा। इस दौरान 98 लाख यूजर्स ऑनलाइन एजुकेशन हासिल करने वाले होंगे। अभी के आँकडों के हिसाब से भारत में ऑनलाइन एजुकेशन इंडस्ट्री सालाना करीब 15 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है। लेकिन लॉक डाउन के दौरान इस ऑनलाइन एजुकेशन में 100 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है।
सहारनपुर मण्ड़ल के संयुक्त शिक्षा निदेशक आर पी शर्मा ने कहा कि शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को दीक्षा ऐप द्वारा ऑनलाइन लर्निंग में काफी मदद मिली है। जिला विद्यालय निरीक्षक सहारपुर डाॅ अरूण कुमार दुबे ने बताया कि जनपद के 331 माध्यमिक विद्यालय ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म का प्रयोग कर रहें हैं। प्रारम्भ में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ा मगर अब सब कुछ बडे सामान्य तरीके से चल रहा है। लॉकडाउन में पढ़ाई करने के लिए सभी पुस्तके एन.सी.ई.आर.टी. की साइट पर उपलब्ध हैं। दीक्षा एवं प्रेरणा ऐप काफी फायदेमंद है। दोनों को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं।
बनारसी दास इण्टर कॉलेज के प्रधानाचर्य एवं शैक्षिक जागरूकता समूह के उपाध्यक्ष डॉ. अजय कुमार गुप्ता ने कहा कि कोविड-19 के चलते कुछ विद्यालयों ने एक अप्रैल से ही ऑनलाइन लर्निंग की शुरुआत कर दी थी लेकिन 20 अप्रैल से सभी माध्यमिक विद्यालयों ने ई-लर्निंग की शुरूआत कर दी है। गुरूनानक गर्लस इण्टर कालेज की प्रधानाचार्या बलविन्द्र कौर, श्री दिगम्बर जैन कन्या इण्टर कालेज की प्रधानाचार्या डॉ. पूजा मलिक, हिन्दु कन्या इण्टर कालेज की प्रधानाचार्या डाॅ. कुदुसिया अन्जुम, दिगम्बर जैन कन्या इण्टर कालेज, सरसावा की प्रधानाचार्या सविता, गुरूनानक इण्टर कालेज के प्रधानाचार्य मोहन सिंह, जनता इण्टर कालेज, बेहट के प्रधानाचार्य ललित धीमान,
राजकीय कन्या इण्टर कॉलेज की प्रधानाचार्या श्रीमती शोभा चैधरी, एस.ए.एम इण्टर कॉलेज के प्रधानाचार्य मनोज काकरान, जे.बी.एस. हिन्दु कन्या इण्टर कॉलेज की प्रधानाचार्या अलका भारद्वाज, के.एल.जी.एम. इण्टर कॉलेज, नकुड़ के प्रधानाचार्य राकेश कुमार गुप्ता, इण्टर कॉलेज, टांको सुन्दरपुर के प्रधानाचार्य सुशील कुमार, जे.वी.जैन इण्टर कॉलेज की प्रवक्ता डॉ. किरण शर्मा, श्री रामकृष्ण योगाश्रम इण्टर कॉलेज, देवबन्द के प्रधानाचार्य डॉ. अरूण कुमार गोयल, डी.सी. जैन इण्टर कॉलेज, सरसावा के प्रधानाचार्य दिनेश कुमार गुप्ता, राजकीय इण्टर कॉलेज, कुतुबपुर की प्रधानाचार्या सम्प्रदा, मुन्नालाल एण्ड जय नारायण खेमका गल्र्स कॉलेज की एसोसिएट प्रोफेसर तनु शर्मा, जे.वी. जैन इण्टर कॉलेज की प्रवक्ता डॉ. उर्मी गौतम, एस.ए.एम.इंटर कॉलेज के प्रवक्ता ब्रिजेश पुण्डीर, आदि सहारनपुर जनपद में ऑनलाइन एजुकेशन एवं प्रतियोगिताओं के लिए समर्पित भाव से कार्य कर रहे है।
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