posted on : मार्च 26, 2025 11:59 अपराह्न
हरिद्वार : मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके सिंह की अध्यक्षता में कन्या भ्रूण हत्या, भ्रूण लिंग जांच रोकने और अधिनियम की जागरूकता को लेकर जनपद के समस्त अल्ट्रासाउण्ड केन्द्रों के चिकित्सकों के साथ एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में पीसीपीएन डीटी अधिनियम की धाराओं का कड़ाई से पालन करने की सलाह दी गयी एवं कार्यशाला में मौजूद सभी चिकित्सकों को मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया गया कि प्रसव पूर्व लिंग जांच करने वाले के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी।
बुद्धवार की शाम मध्य हरिद्वार स्थित एक होटल में आयोजित कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर०के० सिंह द्वारा पीसीपीएन डीटी अधिनिमय की धाराओं एवं नियमों का पालन करने के सम्बन्ध में विस्तृतरूप से चर्चा की गयी और अधिनियम की धारा-29 एवं नियम-9 के अनुसार किस प्रकार अभिलेखों का रखरखाव जैसे फार्म-एफ, नवीनीकरण सम्बन्धी न्यूनतम आर्हतायें, नियम-13 के अनुसार अल्ट्रासाउण्ड केन्द्र में किये जाने वाले किसी भी प्रकार के परिवर्तन एवं बदलाव से एक माह पूर्व मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय को सूचित करना होगा। उन्होने कहा नियम के अनुसार रेडियोलॉजिस्ट और स्त्री रोग विशेषज्ञ को अल्ट्रासाउण्ड केन्द्र में परिवर्तन की सूचना एक माह पूर्व प्रेषित कर, भौतिक सत्यापन के उपरान्त अनुमति लेना भी जरूरी है।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, पीसीपीएन डीटी, डॉ.अशोक कुमार तोमर द्वारा बताया, कि भ्रूण लिंग जांच रोकने हेतु जनपद में गतिमान मुखबिर योजना के तहत सूचना देने वाले एवं सहयोगी का इनाम जिलाधिकारी द्वारा दो लाख रूपये अनुमोदित किया गया है। उन्होने पीसीपीएन डीटी के अन्तर्गत चिकित्सकों के सम्मुख आने वाली समस्याओं का सरल तरीके से निदान किये जाने का आश्वासन दिया। जनपद में लिंगानुपात के आंकड़े शहरी क्षेत्रों की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों में ठीक है, जिसे और बढ़ाये जाने हेतु विभाग द्वारा प्रयास किये जायेंगें।
जिला पीसीपीएन डीटी समन्वयक रवि सन्दल द्वारा बताया गया कि नियम अनुसार दिक्कतों से बचने के लिए गर्भवती महिला का अल्ट्रासाउण्ड करने से पूर्व ही समस्त फार्म, रजिस्टर, रिकार्ड अपडेट कर लिये जायें। कार्यशाला में प्रतिभाग करने वाले समस्त चिकित्सकों को मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यशाला में डॉ. मनीष दत्त, डॉ. राजेश गुप्ता, डॉ. सन्दीप निगम, डॉ. यशपाल तोमर, डॉ. हिमवन्त बुदियाल, डॉ. राकेश, एडवोकेट फरमूद अली, डॉ. दिपेश चन्द्र प्रसाद, कनिका शर्मा, मनु शर्मा, कुलदीप बिष्ट के अलावा जनपद के विभिन्न चिकित्सालयों के गणमान्य चिकित्सक मौजूद रहें।


