posted on : अक्टूबर 20, 2021 4:22 अपराह्न
रूडकी : विश्व आयुर्वेद परिषद रुड़की द्वारा आज शरद पूर्णिमा के अवसर पर नगर निगम सभागार में औषधि खीर का निशुल्क वितरण किया गया जिसमें लगभग 800 लोगो ने लाभ उठाया यह खुद औषधि खीर सांस दमा पुराना नजला खांसी आदि व हृदय रोग में लाभकारी है इसका प्रतिवर्ष 3 शिविर शरद पूर्णिमा कार्तिक पूर्णिमा और मार्गशीर्ष की पूर्णिमा पर आयोजित होता है किस वर्ष का प्रथम शिविर यह आज हुआ अगला शिविर 19 नवंबर 19 दिसंबर को पुनः होगा कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान धनवंतरी के माल्यार्पण और पूजन से हुआ और संचालन भाजपा वरिष्ठ नेता प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डॉ आशुतोष सिंह ने किया.
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक चिरंजीव ने कहा उत्तराखंड जड़ी बूटियों का भंडार है और पूर्ण स्वास्थ्य लाभ केवल आयुर्वेद से ही हो सकता है, आयुर्वेद सबसे प्राचीन चिकित्सा पद्धति है। अध्यक्षता संघ के विभाग संचालक रामेश्वर ने की और उन्होंने कहां कि वह भी अपने जीवन में अधिकतर आयुर्वेदिक चिकित्सा ही लेते हैं और इस औषधि खीर का लाभ भी वर्षों से ले रहे है।
विश्व आयुर्वेद परिषद के प्रदेश सचिव व् औषधि खीर के निर्माता वैद्य टेक वल्लभ औषधि खीर के घटक वह गुण बताते हुए कहां की आयुर्वेद का यह अद्भुत योग है जो उत्तराखंड की प्रति दुर्लभ जड़ी बूटियों का शास्त्र अनुसार दोहन करके गाय के दूध और साठी के चावल आदि का मिश्रण करके तैयार करके रात्रि को पूर्णिमा की चांदनी में रखी जाती है और प्रातः काल खाली पेट सेवन की जाती है, इसके सेवन से सांस दमा पुराना नजला खांसी आदि कफ रोग व ह्रदय रोगों में लाभकारी है और इन्हीं से बचाव करते हैं रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास करती है। हानी रहित है।उन्होंने इस औषधि का लाभ ले चुके लोगों से अनुभव शेयर भी कराया। इस अवसर पर डॉक्टर जिनेंद्र सिंह, डॉक्टर पीसी शास्त्री, डॉक्टर शशि मोहन गुप्ता, डॉक्टर विजय कौशिक, डॉक्टर विनोद गुप्ता, डॉक्टर सुधीर गुप्ता, डॉ. प्रदीप त्यागी, डॉक्टर इंद्रेश पुषकरना, डॉक्टर नाथीराम सैनी, सुरेंद्र रोड, संदीप भाटी, नवीन अरोरा, हर्ष अरोरा आदि ने सहयोग किया।