यमुनोत्री : राज्य में बारिश अब भी लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी कर रही है। खासकर चारधाम यात्रा मार्गों पर लोगों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लगातार बारिश के कारण पहाड़ी मार्गों पर भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। ऐसी ही एक घटना आज यमुनोत्री पैदल मार्ग पर हुई। भनेली गाड़ के पास अचानक पूरा पहाड़ ही गिरने लगा। इससे भारी मलबा आ गया।
पहाड़ी से भारी मात्रा में बड़े-बड़े बोल्डर और मलबा गिर गया। जिस वक्त यह घटना हुई यात्रा मार्ग पर उत्तराखंड समेत उत्तर प्रदेश, मुंबई, हरियाणा और हैदराबाद राज्यों के श्रद्धालु यमुनोत्री दर्शन करने और दर्शन कर वापस लौट रहे थे। घटना की जानकारी मिलते ही एसडीआर की टीम मौके लिए रवाना हुई और मलबे के दोनों ओर फंसे 17 लोगों को अपनी जान जोखिम में डालकर बचाया। गनीतम रही कि हादसे में किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ।
मलबा आने यमुनोत्री मार्ग पूरी तरह बंद हो गया है। मार्ग को खोलने का काम भी शुरू कर दिया गया है। हालांकि जितनी भारी मात्रा में मलबा आया है, उससे मार्ग के जल्द खुलने के आसार कम ही नजर आ रहे हैं। भनेली गाड़ राम मंदिर से करीब दो किलोमीटर आगे है। इस जगह पर पहली बार इतनी भारी मात्रा में भूस्खलन हुआ है।
उत्तरकाशी एसडीआरएफ और पुलिस की टीम ने कई राज्य के लोगों की जान बचाई। उत्तरकाशी एसडीआरएफ की टीम ने 17 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। एसडीआरएफ ने उत्तरकाशी के कुलदीप कुमार (30), श्रीकांत (44) हैदराबाद, राजेश (35) हैदराबाद, अमूल (5) मुंबई, आशा देवी (36) उत्तरप्रदेश, आर्यन (21) उत्तरप्रदेश, पंकज कुमार (40) उत्तरप्रदेश, पूर्वी (12) उत्तरप्रदेश, प्रदीप (18) उत्तरप्रदेश, सुमित वेदी (42) हरियाणा, भूपेंद्र नाथ वेदी (40) हरियाणा, वी.एन शर्मा (46) हरियाणा, लवली सिंह (36) हरियाणा, सतीश कुमार (38) हरियाणा, शानू सिंह (34) हरियाणा, अनमोल कुमार (41) हरियाणा, कुलदीप सिंह (33) हरियाणा, को जान पर खेलकर बचाया। हम उत्तरकाशी की पुलिस जवानों और एसडीआरएफ को सलाम करते हैं।
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