posted on : जून 22, 2023 4:53 अपराह्न
कालागढ़ (कुमार दीपक)। क्षेत्र में पिछले कुछ माह से आतंक का पर्याय बने हुए बाघ लगातार पालतू मवेशियों को अपना शिकार बना रहे है । इसी क्रम में ताजा मामला गुरुवार दोपहर का है जहां एक बाघ ने फिर एक बछड़े को अपना निवाला बना लिया । कालागढ़ के इंटर कालेज मोहल्ला निवासी श्रीराम का बछड़ा प्राइमरी विद्यालय के परिसर में घास चर रहा था अचनाक से दीवार फांद कर एक खूंखार बाघ मैदान में आ गया और बछड़े को दबोच लिया बछड़े की आवाज सुनकर जब स्थानीय लोग उस तरफ भागे तो देखा एक बाघ बछड़े को दबोचे हुए है इस घटना को देख स्थानीय लोगों ने शोर कर दिया जिससे भयभीत होकर बाघ बछड़े को छोड़ मैदान से बाहर भाग गया । बछड़े के पास पहुंचने पर पाया कि बछड़ा दम तोड़ चुका है । प्रत्यक्षदर्शी सचिन कुमार, मुस्कान, आशुतोष, सचिन बिष्ट ने बताया कि बाघ अचानक से आया और बछड़े का गला पकड़ लिया शोर करने पर वह बछड़े को छोड़ पास की दीवार पर बैठ हमें देखता रहा । बाघ बहुत विशाल था बछड़े का खून उसके मुंह पर लगा था । बेखौफ इस बाघ की मौजूदगी से पास के लोगों में भय व्याप्त है ।
प्राइमरी विद्यालय से केंद्रीय कलोनी क्षेत्र के मध्य, वाल्मीकि मंदिर से बैरियर संख्या 2/6 व इस्लामनगर सीमा तक लंबे समय से बाघ सक्रिय है । इन्ही क्षेत्रो में बाघ लगातार मवेशियों को शिकार बना रहे है । प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ दिन पूर्व केंद्रीय कलोनी निवासी नाजरा की गाय को बाघ ने दिन दहाड़े मार गिराया था वहीं इंटर कालेज मोहल्ले में तारा देवी की भैंस को खींचकर बाघ वन विभाग के हॉस्टल के जंगलों में ले गया और अब इंटर कालेज मोहल्ला निवासी श्रीराम के बछड़े को प्राइमरी विद्यालय के अंदर निवाला बनाया गया है कुछ माह के भीतर मवेशी पालक श्रीराम का यह दूसरा बछड़ा है जो बाघ का शिकार हुआ है । नागरिक हिमांशु, हिरदेश कुमार, शिवम कुमार, भूपेंद्र आदि ने बताया कि खतरा इतना बढ़ गया है कि अब दिन में निकलने में भी डर लगने लगा है यह बाघ क्षेत्र में आतंक का पर्याय बन गए है और वन विभाग को इस पर तत्काल संज्ञान लेने की जरूरत है वरना कहीं ऐसा ना हो कि हमारे मवेशियों के बाद ये बेकाबू और बेखौफ बाघ हमे भी अपना निवाला बना ले ।
बाघ इतने बेखौफ हो गए कि उन्हें अब इंसानों से डर नही लगता और दिन में ही लोगो के सामने निकलकर खड़े हो जा रहे है । ऐसी घटना कुछ दिनों से लगातार हो रही है जहाँ सूखा स्रोत के समीप दिन में ही बाघ सड़क पर आकर खड़ा हो जाता है जिसे देखने के लिए लोगो की भारी भीड़ सूखा स्रोत पुल पर एकत्र हो जाती है सूत्रों के अनुसार दो दिन पूर्व ही एक साथ चार बाघ सड़क के बीच मे खड़े हो गए थे जिस कारण मार्ग पर आवाजाही पूरी तरह बाधित हो गयी थी । कयास लगाये जा रहे है कि यह वहीं बाघिन है जो पिछले कुछ माह पूर्व अपने शावकों के साथ क्षेत्र में आई थी । इंटर कालेज से सूखा स्रोत के मध्य बाघ के दौड़ने का वीडियो भी वायरल है लेकिन फिर भी वन विभाग चुप्पी साधे हुए है । इस बात में कोई दो राय नही है कि वन विभाग किसी बड़े हादसे के होने की प्रतीक्षा कर रहा है ।
बाघों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है वन विभाग को जरूरत है नागरिकों की सुरक्षा का ध्यान रखा जाये , यदि किसी बाघ या जंगली जीव द्वारा आबादी क्षेत्र में इंसानी जान माल की हानि हुई तो यह बर्दाश्त नही किया जायेगा – परशुराम, मंडल अध्यक्ष, आप