पोखरी (चमोली)। राज्य सूचना आयुक्त योगेश भट्ट ने कहा है कि छात्र-छात्राओं को आरटीआई का सकारात्मक एवं रचनात्मक उपयोग करना चाहिए। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नागनाथ पोखरी में सूचना का अधिकार अधिनियम पर आयोजित व्याख्यान माला में उन्होंने छात्रों को व्यावहारिक उदाहरणों के जरिए सूचना का अधिकार अधिनियम के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने प्रश्नात्मक शैली में संवाद स्थापित कर विषय को सरल और समझने योग्य बनाया। इसका छात्र-छात्राओं और कर्मचारियों को लाभ मिला है। उन्होंने छात्रों को अधिनियम का सकारात्मक एवं रचनात्मक उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा कि आरटीआई का उपयोग जनहित में किया जाना चाहिए।
भट्ट ने कहा कि सूचना अधिकार अधिनियम लागू होने के पश्चात आम लोगों के लिए मील का पत्थर साबित हुआ है। इसके चलते लोगों को पारदर्शी तरीके से सूचनाएं मिलने में आसानी हुई है। कहा कि इस अधिनियम का गलत उपयोग नहीं होना चाहिए। कोशिश यही होनी चाहिए आम आदमी के हित में अधिनियम का भरपूर उपयोग किया जाना चाहिए।
प्राचार्य डॉ. रीटा शर्मा ने छात्रों को सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 की मूलभूत जानकारी प्रदान करते हुए शैक्षिक कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रोत्साहित किया। इस दौरान प्राध्यापक, कर्मचारी तथा छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। संचालन डॉ. नन्द किशोर चमोला ने किया। इससे पूर्व सूचना आयुक्त योगेश भट्ट का छात्र-छात्राओं तथा प्राध्यापकों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। प्राचार्य डा. रीटा शर्मा ने इस दौरान उन्हें स्मृति चिह्न भेंट किया।


