posted on : सितम्बर 30, 2022 5:20 अपराह्न
कल्जीखाल । राजकीय महाविद्यालय कल्जीखाल में नशा मुक्ति समिति के तत्वाधान में नशा मुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत महाविद्यालय में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए प्राचार्य डॉ केबी श्रीवास्तव ने कहा कि युवाओं को नशे के खिलाफ खड़ा होने की जरूरत है। अगर युवा अपने मन में ठान लें तो समाज की हर बुराई को समाज से दूर कर सकता है। कार्यक्रम में डॉ अजीत सिंह ने अध्यक्षता करते हुए युवा वर्ग में बढ़ते नशे की लत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है। नशे से परिवार, समाज व देश को अनेक प्रकार की दुष्परिणामों का सामना करना पडता है। उन्होंने कहा कि नशे से आर्थिक नुकसान, सामाजिक प्रतिष्ठा में कमी, पारिवारिक कलह एवं शारीरिक मानसिक आदि समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उन्होंने युवा वर्ग को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर नशा मुक्ति समिति की संयोजिका डॉ निशा चौहान ने कहा कि नशा समाज के लिए एक अभिशाप है।
डॉ. नीलम ने कहा कि नशा मुक्त भारत अभियान भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के अधीन वर्ष 2020 से चलाया जा रहा है इस अभियान का मुख्य उद्देश्य देश को नशे से मुक्त करना है। डॉ. मनीषा रावत ने नशे के दुष्परिणामों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नशा परिवार के लिए अभिशाप है। उन्होंने कविता- आओ जिंदगी को फिर से संजोते हैं, चलो सब नशा आज से छोड़ते हैं, के माध्यम से नशे से दूर रहने का संदेश दिया। डॉ नीति शर्मा ने कहा कि नशा मुक्त भारत अभियान की शुरूआत अपने घर से ही करनी होगी। अगर हम अपने घर के सदस्यों को नशे के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक कर पाते हैं तो इस अभियान की सार्थकता सिद्ध हो जाएगी। कार्यक्रम का संचालन कर रहे डॉ बबलू कुमार ने कहा कि नशा मुक्त भारत अभियान तभी सार्थक होगा जब आम लोग इस अभियान में अपनी सहभागिता देंगे। इस अवसर पर एक पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें बीए प्रथम सेमेस्टर की छात्रा किरन ने प्रथम स्थान, बीए प्रथम सेमेस्टर की प्रियांशी ने द्वितीय स्थान और बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा हेमलता ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।इस अवसर पर गरिमा, किरन पटवाल, प्रियांशी, तान्या सोनाली, हेमलता, हिमानी, शिवानी, रोनिका, अंकिता, विनीता सहित शिक्षणेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहें।


