posted on : दिसम्बर 25, 2021 5:08 अपराह्न
कोटद्वार। कोटद्वार तहसील क्षेत्र के देवरामपुर मोटाढांक में उपजिलाधिकारी ने अवैध खनन पर कार्यवाही करते हुए एक अवैध स्टॉक को सीज किया। कार्यवाही के दौरान अवैध स्टॉक में 1200 टन आरबीएम पाया गया। अवैध स्टॉक पर हुई कार्यवाही को रोकने के लिए खननकारियो ने उपजिलाधिकारी कोटद्वार पर देहरादून राजधानी से दबाव बनाना चाहा, लेकिन उपजिलाधिकारी ने अवैध आरबीएम के प्लॉट को सीज कर दिया। जिसके बाद खननकारियो में हड़कंप मच गया। वही उप जिलाधिकारी ने बताया कि अवैध खननकारियो को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
आपको बता दे कि सुखरौ नदी के तट पर व मालन नदी के तट पर दर्जनों अवैध आरबीएम के स्टॉक इन दिनों संचालित किए जा रहे हैं। लगातार स्थानीय निवासियों के द्वारा प्रशासन को इसकी जानकारी व शिकायत की जा रही है लेकिन प्रशासन के द्वारा इनके खिलाफ कार्यवाही नहीं की जाती। जब कभी उप जिलाधिकारी इन अवैध आरबीएम स्टॉक के खिलाफ कार्यवाही करने निकलते हैं तो कई शुभचिंतक खनन करियो को खबर कर दे देते हैं। वहीं इन दिनों विधानसभा चुनाव की तैयारी में प्रशासन जुटा हुआ है जिस कारण उपजिलाधिकारी कोटद्वार अवैध खनन पर नकेल कसने में पर्याप्त समय नहीं दे पा रहे हैं क्योंकि उपजिलाधिकारी कोटद्वार के पास सतपुली और चौबट्टाखाल का अतिरिक्त प्रभार भी है। लेकिन उपजिलाधिकारी कोटद्वार संदीप कुमार कुछ समय निकाल कर क्षेत्र में अवैध खनन के कारोबारियों पर शिकंजा कसने में लगा देते हैं। जिसका नतीजा देर शाम को मोटाढांक के देवरामपुर में देखने को मिला। जहां पर उपजिलाधिकारी ने 1200 टन अवैध आरबीएम के भंडारण पर कार्यवाही करते हुए सीज कर दिया। उपजिलाधिकारी ने बताया कि प्लॉट को सीज कर अवैध खनन करने वाले की सुपुर्दगी में दे दिया गया है। साथ ही चालानी रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दी गई है, जिलाधिकारी कार्यालय से ही जुर्माना तय किया जाएगा।