रूडकी/ हरिद्वार : कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए पूरे देश में लॉकडाउन लगाया गया है. लॉकडाउन में ऑनलाइन क्लास का ग्राफ भी बढ़ा है तो वहीँ रूडकी स्थित मदरहुड यूनिवर्सिटी के द्वारा ऑनलाइन क्लास के साथ साथ वेबीनार का आयोजन किया गया. वेबीनार के द्वारा छात्र छात्राओं को महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की .
कुलपति प्रोफेसर डॉ. नरेंद्र शर्मा के सानिध्य में मदरहुड यूनिवर्सिटी के अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संकाय के अंतर्गत डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग द्वारा सोमवार को सुबह 11:00 से 12:00 बजे तक एक वेबीनार का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य वक्ता डॉ. अजीत कुमार प्रोफेसर डिपार्टमेंट ऑफ सिविल इंजीनियरिंग जीबी पंत यूनिवर्सिटी पंतनगर उत्तराखंड थे.
वेबीनार का थीम था लॉकडाउन के दौरान और उसके बाद इंजीनियरिंग सेवाओं का रोल एवं योगदान थ।, जिस पर मुख्य वक्ता ने अपने विचार रखे. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान और बाद में भी इंजीनियरिंग फील्ड के अलग-अलग लोग जैसे सिविल इंजीनियर, इलेक्ट्रिकल इंजीनियर, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी इंजीनियर सभी अपना योगदान दे रहे हैं और और अच्छे प्रभावी ढंग से देते रहेंगे.
डॉ. अजीत कुमार ने सुझाव दिया कि सिविल इंजीनियर आने वाले समय में ऐसे भवनों (GREEN HOUSE) का निर्माण करें जिसमें की सोशल डिस्टेंसिंग का स्वत: पालन हो. उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि मल्टीप्लेक्स सिनेमा हॉल व भीड़भाड़ वाली जगहों में भी भवनों का नवीनीकरण इस प्रकार हो कि उनमें सोशल डिस्पेंसिंग बनी रहे.
उन्होंने ऑटोमोबाइल इंजीनियर के लिए बताया कि भविष्य में ऐसे वाहनों का निर्माण करना पड़ेगा जिसमें जो प्रदूषण रहित हो साथ में उन्हें इस प्रकार से डिजाइन किया जाए कि उसमें भी सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन रहे। इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रोनिक्स इंजीनियर के लिए उन्होंने कहा कि जो भी इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण जैसे पंखे, मशीन इस प्रकार बनाए जाए कि उनको छूने की जरूरत ना पड़े और हम इस महामारी के दौरान अपना योगदान दे सकें.
कार्यक्रम के अंत में प्रश्न उत्तर सेशन का आयोजन किया गया जिसमें सभी प्रतिभागियों ने अपने सवाल पूछे जिनका उत्तर मुख्य वक्ता ने बड़े ही प्रभावी ढंग से दिया. कार्यक्रम का आयोजन प्रिंसिपल अंकित शर्मा ने किया तथा अंत में सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी गोपाल भट्ट रहे.
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