posted on : जून 29, 2024 4:21 अपराह्न
लैंसडौन। तहसील लैंसडौन के अन्तर्गत खाद्य आपूर्ति विभाग के सरकारी सस्ते गल्लों के द्वारा मिलावटी चावल उपभोक्ताओं को खिलाया जा रहा है। जनता को अंदेशा है कि ये प्लास्टिक के चावल हैं। मिलावट होने के कारण लोग इन चावलों को खाने से डर रहे हैं। इन चावलों की बनावट और प्रकृति सामान्य चावलों से अलग है। सामाजिक संगठन जनसेवा मंच लैंसडौन के संयोजक मनोज दास ने उपजिलाधिकारी लैंसडौन शालिनी मौर्य को ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि मिलावट खोरों द्वारा गरीब जनता की सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इन मिलावटी चावलों की जांच संबंधित सक्षम एजेंसी या विभाग से होना अनिवार्य है। यदि जांच में ये प्लास्टिक के चावल साबित हुए तो मिलावट खोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए । ज्ञापन देने वालों में सन्तूदास, संजय शाह, अशोक नेगी, रामसिंह, अनुराग ध्यानी, के.शाह आदि क्षेत्रवासी शामिल थे ।