पौड़ी : मुख्य विकास अधिकारी पौड़ी हिमांशु खुराना ने आज विकास भवन पारिसर अपने कार्यालय कक्ष में जनपद के क्षेत्रान्तर्गत कास्तकारों की टिड्डी से फसलों की सुरक्षा हेतु संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक ली। उन्होने कहा कि कोरोना संक्रमण के बीच कृषकों पर टिड्डी दल का खतरा मण्डराने लगा लगा है। टिड्डी दल राजस्थान से उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर गया तथा उत्तराखण्ड राज्य में भी इसके आने का खतरा बना हुआ है।
मुख्य विकास अधिकारी पौड़ी हिमांशु खुराना ने संबंधित रेखीय विभाग के अधिकारियों को फसलों में मण्डरा रही खतरे को दृष्टिगत रखते हुए कास्तकारों/किसान को वृहद स्तर पर जागरूक करने के दिशा निर्देश दिये। उन्होने कहा कि छोटी छोटी मूवीज एवं मैसेज बनाकर सोशल मीडिया के माध्यम से कास्तारों को शेयर करें, वाहनों में लाउडस्पीकर के माध्यम से भी जागरूक करना सुनिश्चित करेंगे। फसलों की सुरक्षा को दुष्टिगत रखते हुए किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने के कड़ी निर्देश दिये। फसलों की सुरक्षा हेतु जन जागरूकता से लेकर दवाई की छिडकाव कराना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। वही मुख्य कृषि अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी एवं जिला पंचायत राज अधिकारी को ग्राम प्रधानों को भी सोशल मीडिया के माध्यम से जन जागरूकता करने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि फसलों में मण्डरा रही खतरा को भांपते हुए अभी से तैयार रहने की जरूरत है।
मुख्य कृषि अधिकारी ने बताया कि टिड्डी दल ज्यादातर फसलों जैसे मक्का, मूंग, उड़द, गन्ना, सब्जियां, आम आदि को खत्म कर देता है। टिड्डी दल लाखों की संख्या में झुण्ड बनाकर चलता है। यह दिन के समय नये क्षेत्र में प्रवेश करता है तथा सायं के समय खाली जमीन या पौधों पर आराम करता है। उन्होने टिड्डी दल के हमले से बचने के लिये कृषकों को एक साथ टिन डिब्बे या थालियां बजाने, शोर मचायें, खेत में धुंआ करने, खेत में पानी भरनें जिससे टिड्डी दल खेत में बैठने न पायें। टिड्डी दल की रोकथाम सुबह 5.00 बजे 8.00 बजे तक क्लोरपाईरीफाॅस 20 प्रतिशत ई0सी0 या लैम्बडा साईहैलोथरीन 5 प्रतिशत ई0सी0 के छिड़काव से की जा सकती है। इस अवसर पर मुख्य कृषि अधिकारी देवेन्द्र सिह, जिला उद्यान अधिकारी डा. नरेन्द्र कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी एम.एम.खान, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी दीपेश काला सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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