posted on : सितम्बर 30, 2022 5:23 अपराह्न
कोटद्वार । राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में गुरुवार को महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. जानकी पंवार के निर्देशन तथा एंटी ड्रग्स सेल के नोडल अधिकारी डॉ. जुनीश कुमार के संयोजन में नशा मुक्ति अभियान के अंतर्गत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने बहुत उत्साह से एवं बड़ी संख्या में प्रतिभाग किया। कार्यशाला के प्रारंभ में एंटी ड्रग्स सेल के नोडल अधिकारी डॉ जुनीष कुमार ने छात्र-छात्राओं को एंटी ड्रग सेल के गठन एवं क्रियाकलापों तथा नशे से होने वाले दुष्प्रभावों के विषय में विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होने कहा कि महाविद्यालय में गठित एंट्री ड्रग्स सेल न केवल नशा मुक्ति हेतु छात्र-छात्राओं को जागरूक करता है, बल्कि सामान्य जन मानस हेतु भी छात्र-छात्राओं द्वारा समय-समय पर विभिन्न जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जिनके माध्यम से लोगों को नशे से दूर रहने हेतु प्रेरित किया जाता है।
मुख्य अतिथि कमलेश शर्मा उप निरीक्षक, एंटी ड्रग्स टास्क फोर्स, पौड़ी गढ़वाल ने युवाओं को नशे से दूर रहने हेतु जागरूक किया तथा नशे के दुष्प्रभाव से परिवार, समाज तथा देश को होने वाली क्षति के विषय में अवगत कराया। महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ मुरलीधर कुशवाहा ने अपने वक्तव्य में नशे के दुष्प्रभावों से मानव शरीर के साथ-साथ पर्यावरण को होने वाली क्षति के की ओर भी ध्यान आकर्षित किया। डॉ प्रीति रानी ने युवाओं को नशे से दूर रहने हेतु 7 एस के रूप में एक सूत्र दिया । महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर जानकी पंवार ने अपने उद्बोधन में कहा कि सर्वप्रथम हमें स्वयं से शुरू करके अपने परिवार एवं प्रत्येक उस व्यक्ति को जो आपकी दृष्टि में नशे का शिकार है, उसको सदव्यवहार से नशे की लत से बाहर लाना है यह हम सभी का कर्तव्य होना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन डॉ.सीमा चौधरी ने किया और बताया कि एंटी ड्रग सेल के माध्यम से समय-समय पर इस प्रकार की कार्यशालाएं, संगोष्ठियां और वर्चुअल बैठकें आयोजित करके समाज के लोगों खासकर युवाओं में नशे की लत को छोड़ने के लिए जागरूक किया जा सकेगा। जो आने वाले भविष्य के लिए अच्छा संकेत है। कार्यक्रम में बीएससी की छात्रा खुशी केष्टवाल तथा बीएड प्रथम वर्ष की छात्रा कु. दिव्यांशी, छात्र सज्जन लाल एवं आयुष चौहान ने अपने विचार व्यक्त किए।


