गोपेश्वर (चमोली)। हिमालयी महाकुंभ नंदादेवी राजजात यात्रा को लेकर शनिवार को जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी ने नौटी गांव का भ्रमण किया तथा आने वाले समय में होने वाले कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि राजजात में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। इसलिए व्यवस्थाओं को समय से पहले ठीक कर लिया जाना आवश्यक है।
आगामी वर्ष 2026 में आयोजित होने वाले हिमालयी महाकुंभ नंदादेवी राजजाता यात्रा की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन ने कमर कश ली है। जिला प्रशासन की ओर से राजजात यात्रा की तैयारियों को लेकर बैठकें तथा यात्रा मार्ग पर होने वाले कार्यों को तेजी के साथ करने के लिए शुरूआत कर दी है। डीएम तिवारी ने शनिवार को नौटी गांव का भ्रमण कर इसका जायजा लिया।
भ्रमण की शुरुआत डीएम ने नौटी गांव स्थित प्राचीन उफरांई देवी (अपर्णा )मंदिर एवं नंदादेवी मंदिर में पूजा-अर्चना कर सभी ग्रामवासियों के सुख समृद्धि की कामना की। उन्होंने स्थानीय ग्रामीणों से मुलाकात की और नंदा देवी राजजात से जुड़ी परंपराओं, मान्यताओं तथा तैयारियों की जानकारी ली। ग्रामीणों ने यात्रा के ऐतिहासिक महत्व और स्थानीय सहयोग को लेकर कई महत्वपूर्ण बातें साझा कीं। जिलाधिकारी ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि यात्रा को सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार है।
उन्होंने लोनिवि गेस्ट हाउस में अधिकारियों की बैठक लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा श्री नंदा देवी राजजात आयोजन के लिए नौटी गांव महत्वपूर्ण स्थान है। ऐसे में यात्रा के दौरा यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। इसे देखते हुए गांव में व्यवस्थाओं का दुरुस्त होना अत्यंत आवश्यक है।
निरीक्षण के दौरान डीएम ने पड़ाव स्थल में सफाई, पेयजल, बिजली, आवागमन, ठहरने की व्यवस्था, शौचालय निर्माण और अन्य जरूरी सुविधाओं का जायज़ा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यात्रा से पहले सभी आवश्यक तैयारियों के प्रस्ताव समय पर उपलब्ध करा दें, जिससे निर्माण कार्य जल्द शुरू किए जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाया जा सकता है। इसलिए प्रशासन और ग्रामवासी मिलकर यात्रा को सफल बनाने में अपना योगदान दें।
जिलाधिकारी ने यह स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य सुविधा, आपातकालीन सेवाएं, और मार्ग की मरम्मत, पार्किंग व्यवस्था, ठोस अपशिष्ट निस्तारण को प्राथमिकता से किया जाए। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि अपनी भूमिका का निर्वहन सेवा भाव से करे। जिससे नंदा देवी राजजात यात्रा सफल, सुरक्षित और श्रद्धालुओं के लिए सुखद अनुभव बन सके।
डीएम ने ईड़ा बधाणी गांव का भी भ्रमण किया जो कि नंदा देवी राजजात यात्रा का एक महत्त्वपूर्ण पड़ाव है, वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने ग्रामीणों से संवाद कर उनकी समस्याएं सुनी तथा संबंधित विभागों को समाधान के लिए उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने यात्रा मार्ग पर सुविधाएं बेहतर बनाने के लिए अधिकारियों को सतत निगरानी रखने और गुणवत्ता युक्त कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी डॉ अभिषेक त्रिपाठी, एसडीएम कर्णप्रयाग सोहन सिंह रांगण, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत तेज सिंह, लोनिवि गौचर के सुनील कुमार, एसओ कर्णप्रयाग कोतवाली राकेश चन्द्र भट्ट और ग्रामीण मौजूद रहे।


