posted on : जून 18, 2025 11:51 अपराह्न
- टिहरी लैंड बैंक से होगा पारदर्शी और त्वरित कार्य।
- सिस्टम को प्रभावी और पारदर्शी बनाएगा लैंडबैंक
टिहरी : जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल नितिका खंडेलवाल ने मंगलवार को देर सायं जिला सभागार नई टिहरी में टिहरी गढ़वाल का लैंड बैंक बनाने और अपडेट करने के संबद्ध में बैठक ली। जिलाधिकारी ने सभी पटवारी को अपने-अपने क्षेत्र का लैंड बैंक बनाने हेतु सभी सरकारी भूमि एवं भवन का जीआईएस के माध्यम से मैपिंग करने के निर्देश दिये, ताकि भूमि उपयोग का विवरण तुरंत प्राप्त हो सके। उन्होंने उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र, देहरादून के वैज्ञानिकों को टिहरी के तहसीलदार और पटवारी को उत्तराखण्ड गवर्नमेंट एसेट मैनेजमेंट सिस्टम (यूके-जीएएमएस) पोर्टल पर ट्रेनिंग को कहा।
जिलाधिकारी नेे कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में कार्यों में पारदर्शिता हेतु भौगोलिक सूचना प्रणाली के तहत जिले के सभी सरकारी संसाधनों को वर्गीकृत कर उनका डाटाबेस तैयार किया जाए। इससे जिले की सभी जानकारी त्वरित गति से प्राप्त हो सकेगी। इस प्रणाली से आंकड़ों को सरलता से समझा और वर्गीकृत किया जा सकता है और विकास कार्य पारदर्शी ढंग से संपादित होंगे। उन्होंने सभी एसडीएम को आपदा के मद्देनजर अपने-अपने क्षेत्रों में आपदा से जुड़े महत्वपूर्ण सामग्री का आकस्मिक निरीक्षण करने को कहा। इसके साथ ही नायब तहसील, तहसीलदार, कानूनगो आदि के रिक्त पदों की जानकारी देने तथा ‘अपणि सरकार’ पोर्टल पर अस्वीकृत आवेदनों का विश्लेषण करने को कहा गया। उन्होंने कहा कि जिले में भौगोलिक सूचना प्रणाली का उपयोग कर जनपद में आपदा प्रबंधन, शहरी नियोजन, भू-आंकलन योजना, संसाधन मानचित्र आदि के कार्य का सफलतापूर्वक संचालन हो सकेगा और प्रशासनिक कार्यों का त्वरित प्रतिवादन किया जा सकेगा।
बैठक में एडीएम अवधेश कुमार, सभी एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी, जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी कुसुम, जिला सांख्यिकी अधिकारी साक्षी शर्मा सहित अन्य संबंधित उपस्थित रहे।


