कोटद्वार । वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के चलते देशव्यापी लॉकडाउन की स्थिति में स्कूली बच्चों को अपने पौराणिक धार्मिक ग्रंथों के पात्र की जानकारी के उद्देश्य से स्टे होम प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
कृष्णा कुकरेती एमकेवीएन स्कूल कोटद्वार प्रथम, श्रेया काला डीएवी कोटद्वार द्वितीय, अंशिका अग्रवाल आरपी पब्लिक स्कूल तेलीवाड़ा तृतीय स्थान पर रही।प्रतियोगिता में रामायण महाभारत के किसी भी एक पात्र का संवाद अथवा अभिनय कर उस पात्र से हमें क्या शिक्षा मिलती है का वीडियो बनाकर आयोजन कर्ता को व्हाट्सएप नंबर पर प्रेषित करना था। जिसमें विभिन्न स्कूलों के छात्र छात्राओं द्वारा प्लेग्रुप से लेकर कक्षा 12 तक के प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। यह प्रतियोगिता लॉकडाउन में शुरू की गई जो 5 अप्रैल से 7 मई के बीच हमें 52 वीडियो प्राप्त हुए जोकि कोटद्वार क्षेत्र के अधिकतर विद्यालय के छात्र छात्राओं के द्वारा प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया गया। निर्णायक मंडल ने विजेताओं का चयन किया है।
निर्णायक मंडल के अनुसार कृष्णा कुकरेती एमकेवीएन स्कूल कोटद्वार प्रथम, श्रेया काला डीएवी कोटद्वार द्वितीय, अंशिका अग्रवाल आरपी पब्लिक स्कूल तेलीवाड़ा तृतीय स्थान पर रही। जबकि पार्थ सारथी मिश्रा डीएवी कोटद्वार, भूमिका सती एमकेवीएन पब्लिक स्कूल, सिमरन डीएवी पब्लिक स्कूल कोटद्वार, तेजस्वी ठाकुर डीएवी पब्लिक स्कूल कोटद्वार ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। प्रथम द्वितीय तृतीय विजेता को क्रमश 2500 ,1500 ,1000 रूपये व स्मृति चिन्ह प्रमाण पत्र भेंटकर सम्मानित किया गया। जबकि सांत्वना स्थान पाने वाले प्रतियोगियों को 500 रूपये व स्मृति चिन्ह, प्रमाण पत्र भेंटकर सम्मान किया।
आयोजक शिवानंद लखेड़ा ने बताया कि प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले सभी प्रतियोगियों को स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र भेंट किया जायेगा। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की स्थिति में घर पर ही रह कर अपने बच्चों को किस प्रकार से अपने धार्मिक ग्रंथों एवं अपनी सांस्कृतिक विरासत को अपने नौनिहालों तक कैसे पहुंचाया जाय, मन में विचार आया जिसको एक प्रतियोगिता के रूप में आयोजित करने का फैसला किया गया। सहयोगकर्ता धनपाल सिंह रावत ने प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए सहयोग के लिए सभी का आभार व्यक्त किया।
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