कोटद्वार / गढ़वाल : कोरोना काल में इस महामारी को देखते हुए उत्तराखंड विकास पार्टी ने केंद्र सरकार से मांग की कि विद्यार्थियों के जीवन को देखते हुए और इस महामारी में उनकी कम उम्र के कारण विद्यार्थियों पर आने वाले मानसिक तनाव को दूर करने के लिए शिक्षा का यह सत्र शून्य घोषित कर दिया जाना चाहिए।
उविपा ने कहा कि देश प्रदेश के तमाम अभिभावक अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए चिंतित हैं साथ ही साथ उनके भविष्य के लिए भी चिंतित हैं। ऐसे समय में जब सरकार को यह पता है कि इस बीमारी का कोई निदान नहीं है सिवा सोशल डिस्टेंस मेंटेन करने के ।
उविपा ने कहा कि सरकार को बच्चों के मानसिक स्तर को देखते हुए यह समझना चाहिए कि कोरोना के डर के साथ शिक्षा का बोझ छोटे बालकों पर डालना उचित नहीं है इसलिए यह सत्र शून्य घोषित कर देना चाहिए, ताकि छात्र और अभिभावक दोनों ही शिक्षा एवं जीवन के इस संघर्ष में थोड़ी राहत महसूस कर सकें।



Discussion about this post