कोटद्वार (गौरव गोदियाल) : कोरोना संक्रमण काल में कोरोना योद्धाओं की हर तरफ सराहना हो रही है। उन्हें लोग सम्मानित भी कर रहे हैं लेकिन इस संकटकाल में असल कोरोना वीरों की भूमिका निभा रहे एक तबके की ओर किसी का ध्यान नहीं है। यह वहीं लोग है जो प्रवासियों को उनके गंतव्य तक छोड़ कर आ रहे है । यह तबका है बस व ट्रकों के चालक व परिचालकों का । जिनकी वजह से लॉकडाउन के इस दौर में लोगों को राशन और सब्जी उपलब्ध हो पा रही है। वहीं प्रवासी अपने गंतव्य तक पहुँच पा रहे है । ये लोग फल और बिस्कुट खाकर लोगों की सेवा में जुटे हुए हैं। किंतु शासन प्रशासन का इनकी तरफ ध्यान तक नहीं गया है ।
हिमांचल प्रदेश ने तो अपने यहाँ के चालक परिचालकों को कोरोना योद्धा घोषित कर दिया है किंतु उत्तराखण्ड सरकार का ध्यान इस ओर केन्द्रित नहीं हुआ है ।यदि किसी व्यक्ति द्वारा इनकी सुध ली गई तो वह है कोटद्वार परिवहन विभाग के आरआई प्रदीप रौथाण । वह अपने निज प्रयासों से सेवा में लगे चालक – परिचालकों के लिए फल एवं जूस की व्यवस्था कर रहे है ताकि यह लोग रास्ते में भूखे न रह सके । उनके इन प्रयासों को देखकर ओर लोग भी इनकी सहायता के लिए आगे आने लगे है ।
संभागीय निरीक्षक तकनीकि परिवहन विभाग प्रदीप रौथाण ने बताया कि सर्वप्रथम मेरे द्वारा चालक – परिचालकों के लिए फल एवं जूस की व्यवस्था की गई । उन्होने बताया कि मेरे द्वारा अपने वॉट्सऐप के स्टेटस में लगाया कि जो लोग अपना जन्मदिन या शादी की सालगिरह मनाना चाहते है वह लोग रामलीला ग्राउंड ग्रास्टनगंज में आकर चालक – परिचालकों को फल एवं जूस बांटकर पुण्य कमा सकते है । स्टेटस को देखकर कई लोग इन लोगों की मदद के लिए आगे आये है । आज गुरुवार को राजकीय इंटर कालेज कोटद्वार के अभिभावक शिक्षक संघ के अध्यक्ष महेन्द्र अग्रवाल द्वारा अपने पुत्र आशीष के जन्मदिन पर इन लोगों को फल एवं जूस वितरित किया गया । उनको भी इसकी जानकारी स्टेटस के माध्यम से ही हुई थी ।



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