गुप्तकाशी / रूद्रप्रयाग : आदिकाल से चली आ रही परंपरा को दोबारा से शुरू करते हुए इस बार बाबा केदारनाथ के दर पर तेल कलश यात्रा पहुंचाई जाएगी। जिसे रुद्रपुर से होते हुए बाबा की केदारनाथ की डोली के साथ-साथ केदार धाम पहुंचाया जाएगा। बाबा केदार के धाम गमन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। इसी प्रक्रिया कर तहत गद्दी पुरोहित केदारनाथ पंच पण्डा की ओर से तेल कलश यात्रा को पुनर्जीवित किया जा रहा है।
रविवार को परम्परानुसार ग्राम सांकरी से श्री केदारनाथ धाम स्थित अखंड ज्योति प्रज्वलित के लिए तेल कलश यात्रा का शुभारंभ किया जा रहा है। तेल कलश यात्रा सांकरी के ग्रामीणों की उपस्थिति में यात्रा भुकुण्ड भैरब की शीतकालीन गद्दी स्थल रुद्रपुर पहुंचेगी। दो मई को यह तेल कलश यात्रा गद्दी स्थल से विश्वनाथ मन्दिर गुप्तकाशी के लिए प्रस्थान कर बाबा केदारनाथ की हिमालय गमन यात्रा के साथ मिलकर श्री केदारनाथ धाम के लिए प्रस्थान करेगी। वि.स 2079 वैशाख शुक्ल षष्टी शनिवार को वृष लग्न में केदारेश्वर के प्रियगण, केदारनाथ धाम के रक्षक भुकुण्ड भैरव के श्री कपाट सभी भक्तों की गरिमामय उपस्थिती में खोले जाएंगे। पंच पंडा रुद्रपुर के अध्यक्ष अनीत शुक्ला ने बताया वर्ष 1952 के बाद पुनः तेल कलश यात्रा का शुभारंभ किया जा रहा है।