- जमरगड्डी गांव पहुंचे सचिव दिलीप जावलकर, ग्रामीणों से संवाद कर विकास कार्यों का लिया जायज़ा
- स्थायी आजीविका और जैव विविधता संवर्धन की दिशा में सार्थक पहल है जैफ-6 — सचिव जावलकर
पौड़ी : जनपद पौड़ी गढ़वाल के दुगड्डा विकासखंड के ग्राम जमरगड्डी में आज वित्त, जलागम एवं निर्वाचन सचिव दिलीप जावलकर ने दौरा किया। ग्रामीणों ने पारंपरिक ढोल-दमाऊ की थाप और फूलमालाओं से उत्साहपूर्वक उनका स्वागत और अभिनंदन किया।
सचिव ने जलागम विभाग द्वारा संचालित वैश्विक पर्यावरण सुविधा के छठे चक्र (जैफ-6) की परियोजनाओं के अंतर्गत हो रहे कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया और ग्रामीणों से संवाद किया। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र की समस्याओं, आजीविका के अवसरों, आपदा प्रभावित भवनों तथा कृषि-बागवानी से जुड़ी आवश्यकताओं पर चर्चा की। कई विषयों पर उन्होंने मौके पर ही अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए।
जावलकर ने बताया कि विश्व बैंक समर्थित एवं वैश्विक पर्यावरण सुविधा पोषित जैफ-6 परियोजना का उद्देश्य कार्बेट और राजाजी राष्ट्रीय उद्यानों के आसपास स्थित राजस्व गांवों का समग्र विकास करना है। उन्होंने कहा कि जलागम प्रबंधन निदेशालय के माध्यम से संचालित यह परियोजना ग्रामीण आजीविका सशक्तिकरण, जल एवं भूमि संरक्षण, जैव विविधता संवर्धन और मानव-वन्य जीव संघर्ष को कम करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
उन्होंने कहा कि इस पहल के माध्यम से ग्रामीणों को स्थायी आजीविका के साधन उपलब्ध होंगे, कृषि एवं बागवानी को प्रोत्साहन मिलेगा, वर्षा जल संचयन और मिट्टी संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही पारंपरिक फसलों और जैविक खेती को भी पुनर्जीवित किया जाएगा। यह परियोजना न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सार्थक कदम है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नयी ऊर्जा भी प्रदान करेगी।
ग्राम प्रधान कान्ति देवी ने सचिव के ग्राम आगमन पर हर्ष जताया और कहा कि यह जमरगड्डी गांव के लिए ऐतिहासिक क्षण है। उन्होंने विश्वास जताया कि परियोजना से गांव में विकास कार्यों को नई गति मिलेगी। ग्रामीणों ने हाथियों के झुंड से फसलों को हो रहे नुकसान की समस्या भी रखी, जिस पर सचिव ने वन विभाग को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत, खण्ड विकास अधिकारी दुगड्डा विद्यादत्त रतूड़ी, उप निदेशक जलागम डी.एस. रावत, मदन सिंह भंडारी सहित अन्य अधिकारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।


