posted on : जनवरी 20, 2022 10:25 अपराह्न
बिना खेत के सब्जी उगाते हैं इंस्पेक्टर अमर शर्मा, आप भी जाने क्या हैं इनकी खासियत
गमलों में सब्जी उगाकर प्रेरणा बन रहे हैं निरीक्षक अमर शर्मा
आमजन के लिए निरीक्षक अमर चंद शर्मा बन रहे हैं प्रेरणा, तीन वर्ष से घर पर गमलों में उगा रहे हैं ऑर्गेनिक सब्जियां
रूडकी : जनपद हरिद्वार की मंगलौर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक अमर चंद शर्मा लोगों के लिए प्रेरणा बन रहे हैं. पिछले तीन वर्ष से अपने घर में प्रयोग होने वाली हरी सब्जियों को उगा रहे हैं. आजकल बाजार में विभिन्न कैमिकल का प्रयोग कर सब्जियों का उत्पादन किया जा रहा है जो आमजन के स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव डाल रहा है. इंस्पेक्टर अमर शर्मा ने इस हानिकारक कैमिकल युक्त सब्जियों से बचने के लिए घर पर प्लास्टिक के गमलों में ऑर्गेनिक सब्जी उगा कर अपने घर में खाने के लिए प्रयोग कर रहे हैं. आपको बताते चलें कि निरीक्षक अमरचंद शर्मा को गत वर्ष भारत सरकार ने बेहतरीन कार्य के लिये गृह मंत्री पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था. पुलिस विभाग के तेज तर्रार निरीक्षकों में अमर चंद शर्मा की गिनती होती हैं.
प्लास्टिक के गमलों में उगायी ऑर्गेनिक सब्जी, पेश की मिसाल
निरीक्षक अमर चंद शर्मा ने अपने घर में खाने लायक सब्जी प्लास्टिक के गमलों में उगाकर समाज को एक नई दिशा देने का काम किया है. पिछले तीन वर्षो से निरीक्षक अमर शर्मा के द्वारा अपने घर की छत व घर पर प्लास्टिक के गमलों में वह सब्जी उगा रहे हैं जो लोग जमीन पर सही से उगाने के लिए कड़ी मशक्कत करते है. निरीक्षक अमर शर्मा के द्वारा प्लास्टिक के गमलों में पालक, धानियाँ, ब्रोक्ली, गोभी, लौकी, तुरई, खीरा, शिमला मिर्च, कद्दू, करेला, भिन्डी, बैंगन और टमाटर आदि सब्जियों के साथ सलाद में प्रयोग होने वाली सब्जियों को ऑर्गेनिक तरीके से उगा कर लोगों के लिए प्रेरणा बन रहे हैं. ब्रोकली, गोभी, शिमला मिर्च, लौकी, तुरई, हरी सब्जियां, सलाद हर प्रकार की वह कठिन से कठिन सब्जियां जो खेतों में भी बहुत मुश्किल से उगाई जाती है उनको निरीक्षक अमर चंद शर्मा ने अपने छत पर उगाया है.
पद्म श्री प्रेमचंद शर्मा के पुत्र है निरीक्षक अमरचंद शर्मा
कृषि के क्षेत्र में किए गए उल्लेखनीय कार्य के लिए राष्ट्रपति द्वारा पद्म श्री से सम्मानित प्रेम चंद शर्मा के मंझले सुपुत्र हैं निरीक्षक अमरचंद शर्मा. पिता के कदम चिन्हों पर चलते हुए निरीक्षक अमर चंद शर्मा के द्वारा भी गमलों में अनूठा प्रयोग कर ऑर्गेनिक सब्जी उगा कर एक अनूठी मिशाल पेश की हैं. निरीक्षक अमरचंद शर्मा सरकारी घर पर सामने जगह के अभाव में छत पर ही पेड़-पौधे, साग-सब्जी उगाने लगे. पुलिस विभाग में इंस्पेक्टर रहने के बावजूद रोज एक घंटे पेड़- पौधे की देखभाल करते हैं. पेड़-पौधे लगाना पर्यावरण संरक्षण के लिए आवश्यक है, इसके लिए जमीन हो यह जरूरी नहीं. यह गमले में भी उगाए जा सकते हैं. घरेलू उपयोग की चीजें भी उगाई जा सकती हैं.
निरीक्षक अमरचंद शर्मा ने प्रस्तुत किया नायाब नमूना
निरीक्षक अमरचंद शर्मा ने घर के गमलों में जैविक विधि से सब्जियां उगाकर एक नायाब उदाहरण प्रस्तुत किया है. प्लास्टिक के खाली डिब्बों का उपयोग करके कम्पोस्ट बिन बनाया. घर की रसोई से निकलने वाले फलों के छिलके, सब्जी के छीलन और बचे हुए खाने को जैविक खाद बनाने में उपयोग किया. जैविक खाद और सब्जियां उगाने का कार्य साथ साथ किया. एक तरफ गमलों में भिंडी, बरबटी, फूलगोभी, पत्ता गोभी, टमाटर, साग, खीरा, मिर्च और धनियां बोया तो दूसरी तरफ जैविक खादें तैयार की. इस प्रकार से पौधे बढ़ते गये और उनके लिए उर्वरा शक्ति प्रदान करने के पुर्नचक्रिक डिब्बों में तैयार खाद का उपयोग सब्जियों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए किया. जैविक खाद और घर के गमलों में उगायी गयी सब्जियों का भरपूर उपयोग किया.
घर की सब्जियां खाकर बढ़ी इम्यूनिटी
निरीक्षक अमर चंद शर्मा ने बताया कि कोरोनाकाल में कई लोगों ने घर पर सब्जी उगाना शुरू किया है जिससे वह सेहदमंद खाना खा सकें और घर की ऑर्गेनिक सब्जियां खाने से इम्यूनिटी अच्छी होती हैं. निरीक्षक अमर चंद शर्मा ने बताया कि उनके बच्चे घर में उगी सब्जियां खा रहे हैं, इसलिए उन्हें अब बाहर की सब्जियों का स्वाद भी नहीं पसंद आता हैं और घर में उगी पालक, ब्रोकली, खीरा, मेथी, गोभी जैसी सब्जियां बच्चे आराम से खाते हैं.
घर पर किचन गार्डन बनाने के लिए सभी को प्रेरित करते हैं निरीक्षक अमर चंद शर्मा
निरीक्षक अमर चंद शर्मा अपने दोस्त और रिश्तेदारो को विशेष रूप से किचन गार्डन बनाकर उसमें सब्जियां उगा कर खाने के लिए प्रेरित करते हैं. निरीक्षक अमर चंद शर्मा के द्वारा ज्यादा से ज्यादा लोगों को घर पर छोटा गार्डन बनाने को कहतें हैं और इसके लिए उनकी मदद भी करते हैं. शहरों में रहने वाले लोग इस बात को लेकर परेशान रहते हैं कि कैसे अपने घर में हरी सब्जिया उगाएं. क्योंकि शहरों में लोगों के पास इतनी भूमि नहीं होती कि वह खेती कर सकें, लेकिन निरीक्षक अमर चंद शर्मा ने प्लास्टिक के गमलों में सब्जी उगाकर विकल्प तलाश कर लिया हैं. निरीक्षक अमर चंद शर्मा ने पिछले तीन वर्षों से बाजार से सब्जी नहीं खरीदी, क्योंकि वह घर की छत पर ही जैविक सब्जियों को उगाकर उसका उपयोग करते हैं.
बाजार में बिकने वाली कैमिकल युक्त सब्जियां स्वास्थ्य के लिए हानिकारक
निरीक्षक अमर चंद शर्मा बताते हैं कि बाज़ार में बिकने वाली सब्ज़ियों की खेती रसायनिक कीटनाशकों की मदद से होती है. जो हमारे आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद ख़तरनाक है. मगर मजबूरी की वजह से लोगों को उसका ही सेवन करना पड़ता है. निरीक्षक अमर चंद शर्मा ने बताया कि अगर इच्छाशक्ति है तो कुछ भी करना आपके लिए असंभव नहीं है. हम और आप जिन सब्जियों को सेहतमंद समझकर खा रहे हैं, क्या वे सच में हमारे स्वास्थ्य के लिए सही हैं? शायद नहीं। केमिकल का इस्तेमाल करके उगाई गईं ये फल-सब्जियां, हमारे लिए बेहद खतरनाक हैं. लेकिन सब जानते हुए भी हम सभी ख़ुशी-ख़ुशी ये सब्जियां अपने परिवारवालों को खिला रहे हैं. अब आप कहेंगे कि शहर में कम जगह और कम समय में हम खुद की सब्जियां कैसे उगाएं इसका नायाब उदाहरण पेश कर रहें हैं मंगलौर कोतवाली में तैनात प्रभारी निरीक्षक अमर चंद शर्मा.