कोटद्वार (गौरव गोदियाल)। लोकसभा, विधानसभा या फिर निकाय चुनाव। हर चुनाव में कुछ बागी होते हैं और ये बागी ही निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में होते हैं। कोटद्वार विधानसभा में चार उम्मीदवार भाजपा से रितु खंडूरी, कांग्रेस से सुरेंद्र सिंह नेगी, आम आदमी पार्टी से अरविंद वर्मा और निर्दलीय प्रत्याशी धीरेंद्र चौहान ऐसे प्रत्याशी है जो एक दूसरे के समीकरण को बिगाड़ते हुए नजर आ रहे हैं। भाजपा में असंतुष्ट तो हैं हीं पर कांग्रेस में भी कइयों के मन में नाराजगी के भाव है। ऐसे में पहले से ही निर्दलीयों के लिए उर्वर बनी कोटद्वार विधानसभा सीट इस बार भी अपवाद न साबित होने का संकेत दे रही है। दोनों राष्ट्रीय दलों को आप प्रत्याशी व निर्दलीय प्रत्याशी खतरे की घंटी बजा सकते हैं। आप व निर्दलीय प्रत्याशी लगभग दस से बारह प्रतिशत वोट ले जाते हैं तो ऐसे में जिस दल को आप व निर्दलीय ज्यादा नुकसान पहुंचाएंगे, उस दल का प्रतिस्पर्धा में पिछड़ने का खतरा भी बना रहेगा। सूत्रों की मानें तो निर्दलीय व आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी कांग्रेस को ही नुकसान पहुंचाते हुए नजर आ रहे हैं जिस कारण भाजपा सीट ले जा सकती है किंतु भाजपा में भी अंदरखाने नाराज चल रहे नेताओं का रुख पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाला साबित हो सकता है।

