कोटद्वार। वन मंत्री की विधानसभा में अवैध खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा है…. वन मंत्री ने विगत दिनों में लैंसडाउन डिवीजन के डीएफओ को अवैध खनन का हवाला देकर वन मुख्यायल देहरादून अटैच कर दिया था। लेकिन वन मंत्री की विधानसभा में डीएफओ को मुख्यालय अटैच करने के बाद भी अवैध खनन नही रुक रहा।
बता दें कि इन दिनों सिगड्डी स्रोत नदी में दिन-रात धड़ल्ले से अवैध खनन किया जा रहा है। अवैध खनन में लगी ट्रैक्टर ट्राली नदी के पास स्थित एक प्लॉट में आरबीएम को एकत्रित कर रहे हैं जिसके बाद उसे डंपरों से ठिकाने लगाया जा रहा है।
डीएफओ को मुख्यालय अटैच करने के बाद वन मंत्री की विधानसभा में कई सवाल-
सवाल तो यह है कि डीएफओ को मुख्यालय अटैच करने के बाद अवैध खनन क्यों नहीं रुक रहा है?
क्या डीएफओ के अलावा अन्य अधिकारी भी अवैध खनन में लिप्त हैं?
क्या सिगड्डी स्रोत नदी में हो रहे अवैध खनन में रेंज के अन्य कर्मचारी संलिप्त है?
बहरहाल जो भी हो , लेकिन इतना जरूर है कि अवैध खनन का खेल किसी सफेद पोस के संरक्षण के बिना असम्भव है… आखिर इसमें कौन-कौन संलिप्त है यह तो उच्च स्तरीय जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।