posted on : मार्च 19, 2022 4:43 अपराह्न
कोटद्वार (गौरव गोदियाल)। होली दिवाली या कोई और त्यौहार हो, जब पूरा देश उतसव के उत्साह में डुबा होता है तब भी सीमा पर वर्दी धारी सैनिक और सीमा के भीतर वर्दी पहने पुलिस के जवान अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद होते हैं। आम आदमी बे खटके, बिना किसी चिंता के अपना उत्सव मना सके इसके लिए पुलिस के जवान अपने घर परिवार से दूर सिर्फ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं। वैसे तो खाकी पर कोई दूसरा रंग आसानी से चढ़ता नहीं, लेकिन वर्दी के साथ बेरंग सी होती ज़िंदगीओं को भी कभी-कभी मस्ती में डूबे जश्न मनाते देखना सुखद एहसास कराता है। शुक्रवार को होली पर सुरक्षा व्यवस्था में व्यस्त रही पुलिस ने शनिवार को रंगों का त्यौहार मनाया। कोटद्वार कोतवाली में अबीर-गुलाल उड़ा ।
शुक्रवार को धूल वाले दिन कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस मुस्तैद रही। ड्यूटी के चलते पुलिस कर्मियों ने होली नहीं खेली। शनिवार को सुबह से ही पुलिस कर्मी विभिन्न रंगों के गुलाल के साथ कोतवाली पर जमा हो गए। सुबह आठ बजे से बारह बजे तक थाने में जमकर होली हुई। डीजे की धुन पर खाकी वर्दी धारियों ने जमकर नृत्य किया। कोतवाली प्रभारी विजय सिंह ने गुलाल लगाकर व मिष्ठान खिलाकर अधीनस्थों को शुभकामनाएं दीं।
आमतौर पर अनुशासन में ढले, कड़क पुलिस की छवि से अलग शनिवार को पुलिस के जवानों की होली मस्ती भरी थी। काम के दौरान उपजे साल भर के तनाव को शायद इन लोगों ने कुछ ही घंटों में उतार फेंका । पुलिस के साथ पत्रकारों ने भी इस होली में शामिल होकर उन्हें बधाई दी और उनके जश्न का हिस्सा बने। ऐसा नहीं है कि अपनी जिम्मेदारी भूलकर सभी पुलिसकर्मी होली की मस्ती में खो गए हो। कानून व्यवस्था और थाने का काम भी सुचारू चलता रहे इसलिए कुछ पुलिस कर्मी रोज की तरह अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद भी नजर आए ।


