जोशीमठ (चमोली)। चमोली जिले की नीती घाटी के 12 गांवों में मौजूद ग्रामीणों के लिये खाद्यान्न और जरुरी सामान पहुंचने के लिये सोमवार को प्रशासन की ओर हैलीकाप्टर की मदद से सामान पहुंचाना शुरु कर दिया गया है। साथ ही गांवों के बीमार लोगों भी हैलीकाप्टर से चिकित्सालय पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है।
बता दें रविवार को तपोवन क्षेत्र में आई आपदा से जोशीमठ-मलारी हाईवे पर रैंणी के समीप बना पुल क्षतिग्रस्त हो गया था। जिसके चलते यहां घाटी के 12 से अधिक गांवों का यातायात सम्पर्क टूट गया था। जिसके बाद प्रशासन की ओर से सोमवार को घाटी के ग्रामीणों को दैनिक उपयोग की वस्तुओं और खाद्यान्न हैलीकाप्टर की मदद से आपूर्ति शुरु कर दी गई है। साथ प्रशासन की ओर से जहां गांवों में बीमार लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिये मेडिकल टीम भेजी गई है। वहीं चिकित्सा सुविधा वाले ग्रामीणों को हैलीकाप्टर की मदद से चिकित्सालय पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। जिलाधिकारी स्वाती एस भदौरिया ने कहा कि यातयात की सुविधा से वंचित हुए गांवों में खाद्यान्न आपूर्ति के लिये पूर्ति विभाग को निर्देश दिये गये हैं। जोशीमठ में खाद्यान्न के पैकेट तैयार कर हैलीकाप्टर के माध्यम से गाँवो मे पहुंचाये जा रहे हैं। वहीं क्षेत्र में मेडिकल टीमें भी तैनाती की गई है।
रेडक्राॅस व विभिन्न छात्र संगठन भी जुटे राहत कार्य में
तपोवन में आई आपदा में राहत और बचाव के लिये जहां आईटीबीपी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस और प्रशासन जुटा हुआ है। वहीं इन लोगों के साथ ही राहत कार्य में हाथ बंटाने के लिये जिले विभिन्न संगठन भी आपदा प्रभावित क्षेत्र में पहुंच गये हैं। यहाँ रेडक्राॅस, छात्र संगठन एबीवीपी और एनएसयूआई के साथ भाजयुमो के स्वयं सेवक आपदा प्रभावित क्षेत्र में पहुंच गये हैं। युवाओं द्वारा राहत व बचाव कार्य में जुटे लोगों को भोजन, पानी और अन्य चीजों की आपूर्ति की जा रही है। एबीवीपी के विभाग संगठन मंत्री चैन सिंह ने कहा कि इस आपदा के दौरान संगठन का प्रयास अपने स्तर से सहयोग करना है।