posted on : दिसम्बर 17, 2021 4:47 अपराह्न
कोटद्वार : निजीकरण के विरोध में सार्वजनिक बैंकों के अधिकारी-कर्मचारी शुक्रवार को दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहे। बैंकों में ताले लटके रहे। दूसरे दिन भी बैंक बंद होने से लोगों ने रुपये निकालने एटीएम का रुख किया। एटीएम पर दबाव बढ़ने से कई एटीएम कुछ देर में ही खाली हो गए। इधर दूसरे दिन भी यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन के आव्हान पर बैंकों के अधिकारी, कर्मचारियों ने नजीबाबाद रोड स्थित इलाहाबाद बैंक के बाहर एकत्रित होकर जोरदार प्रदर्शन किया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर निजीकरण न करने की मांग की। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि देश में यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि राष्ट्रीय बैंक घाटे में चल रहे हैं जबकि वास्तविकता यह है कि ये बैंक भारी मुनाफा कमा रहे हैं। इन बैंकों को मजबूत करने की बजाय सरकार शोषणकारी नीतियां अपनाकर इन बैंकों के कर्मचारियों को अंधकार में धकेलने का प्रयास कर रही है जिसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा। प्रदर्शन करने वालों में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के नगर संयोजक डीपीएस बिष्ट, उत्तरांचल बैंक इंपलाइज यूनियन के जिला सचिव वीरेंद्र सिंह रावत, पंजाब नेशनल बैंक स्टाफ एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष हरजीत सिंह, रमेश नेगी, रचित रावत, सतीश, शालिनी खर्कवाल, राहुल नेगी, मदन असवाल, सुरेंद्र गुसाईं, कुलदीप गुसाईं, शिवांगी असवाल, आशीष बौडाई, हरेंद्र चौहान, मनीष खंतवाल, भानू प्रकाश, एमएस रावत, मनोज भंडारी, अनु शुक्ला, संजीव कुमार, दिनेश रावत आदि शामिल रहे।