देहरादून : उत्तराखंड में लगातार भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं। आज शनिवार को प्रदेश में फिर दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। शाम 04 बजकर 25 मिनट पर आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने में 3.4 दर्ज की गई। वहीं शाम 7 बजकर 57 मिनट पर आए भूकंप की तीव्रता 5.4 रही। हफ्तेभर में यह पांचवी बार प्रदेश की धरती कांपी है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (National Center for Seismology) के अनुसार, आज शाम 7 बजकर 57 मिनट पर आए भूकंप की तीव्रता 5.4 रही। हालांकि इसका केंद्र नेपाल में रहा। लेकिन उत्तर भारत के कई क्षेत्रों समेत उत्तराखंड में अल्मोड़ा, चमोली, रामनगर और उत्तरकाशी में भी भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए हैं।
Earthquake of Magnitude:5.4, Occurred on 12-11-2022, 19:57:06 IST, Lat: 29.28 & Long: 81.20, Depth: 10 Km ,Location: Nepal, for more information Download the BhooKamp App https://t.co/4wntmaWERI @ndmaindia @Indiametdept @Ravi_MoES @OfficeOfDrJS @Dr_Mishra1966 @PMOIndia pic.twitter.com/eyQE1HMb5Z
— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) November 12, 2022
वहीं आज शाम करीब 4 बजकर 25 मिनट पर उत्तराखंड में भूकंप आया। इसका अभिकेंद्र पौड़ी जनपद में रहा जबकि भूकंप का केंद्र धरातल से 5 किलोमीटर की गहराई में था। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.4 मैग्नीट्यूड रही। हालांकि, भूकंप से किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है। लेकिन नियमित अंतराल पर लगातार भूकंप के झटकों से लोग दहशत में हैं। इससे पहले उत्तराखंड में कई जगह रविवार 06 नवंबर की सुबह 8 बजकर 33 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसके तीव्रता 4.7 रिक्टर रही। जिसका केंद्र चिन्यालीसौंड से 35 किमी दूर बताया गया। इसके बाद बीती मंगलवार की आधी रात करीब 1.58 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए, यह झटका इतना तेज था कि, लोग नींद में घरों बाहर भागे। भूकंप की तिव्रता रिक्टर स्केल पर 6.5 थी। इसका केंद्र नेपाल के कुलखेती में रहा। वहीं बुधवार की सुबह भी भूकंप के झटके महसूस होने से लोग दहशत में आ गए थे। सुबह करीब 6 बजकर 27 मिनट पर पिथौरागढ़ जनपद में आए भूकंप की तीव्रता 4.3 मैग्नीट्यूड रही।
बता दें कि, उत्तराखंड भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील जोन में आता है। प्रदेश सिस्मिक जोन- 4 में आता है। सेंट्रल सिस्मिक गैप कहे जाने वाले उत्तराखंड में वैज्ञानिकों ने बड़े भूकंप की आशंका जताई है। वैज्ञानिकों का कहना है कि, पिछले लंबे समय से हिमालय क्षेत्र के इस हिस्से में कोई बड़ा भूकंप नहीं आया है। इस वजह से उत्तर पश्चिमी हिमालय रीजन में जितनी भूकंपीय ऊर्जा भूगर्भ में इकट्ठी हुई है, उसकी केवल 3 से 5 फीसदी ऊर्जा ही बाहर निकल पायी है। यही वजह है कि वैज्ञानिक इस बात की आशंका जता रहे हैं कि भूकंप आ सकता है।
उत्तराखंड में भूकंप के झटके लगातार में महसूस हैं किए जा रहे हैं। एक बार फिर भूकंप के झटकों से देवभूमि की धरती डोली उठी। ऋषिकेश में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.4 थी। नेशनल सेंटर ऑफ सिस्मोलॉजी के अनुसार इस भूकंप का केंद्र ऋषिकेश में जमीन से पांच किलोमीटर नीचे था। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.4 मापी गई है। ये भूकंप चार बजकर 25 मिनट पर आया है। पिछले एक पखवाड़े में उत्तराखंड में आया ये तीसरा भूकंप है। नौ नवंबर को भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इसके पहले नेपाल में आए भूकंप का असर भी उत्तराखंड में दिखा था। ऊधम सिंह नगर के कई हिस्सों में ये झटके महसूस किए गए थे। ऋषिकेश में आए भूकंप को लोगों ने महसूस किया है। बताया जा रहा है कि ये झटके कुछ देर तक महसूस किए गए। फिलहाल जानमाल के किसी नुकसान की खबर नहीं है।
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