- मुख्यमंत्री के निर्देश पर सरकार के प्रथम रिस्पांडर के रूप में जनपद के सबसे दुर्गम आपदाग्रस्त क्षेत्र फुलेत पहुंचे डीएम
- फुलेत, छमरोली, सिमयारी, सिल्ला, क्यारी, सिरोना, गांव की पगडंडी, खेत घुम डीएम ने जाना 4 हज़ार आपदा प्रभावित आबादी का दर्द;
- हेली का विकल्प छोड़; दुर्गम रास्तों से पैदल तथा सड़क मार्ग से सफर कर आपदा से हुए नुकसान का लिया जायजा
- ग्रामीण के आग्रह पर डीएम ने ग्रामीणों संग किया भोजन ; सरकार, प्रशासन हरहाल में प्रभावितों के साथ; दिया हर संभव सहायता का भरोसा
- ढाई घंटे का पैदल सफर कर फुलेत, छमरोली, सिमयारी, सिल्ला, क्यारी, सिरोना, पंहुचकर डीएम ने सुनी जनता की समस्याएं
- भूमि कटाव; फसल क्षति; भवन क्षति; पशु हानि आकलन एवं मुआवजे के लिए तहसीलदार; ब्लॉक प्रभारी कृषि; एडीओ उद्यान; जेई लोनिवी; सिंचाई विभाग के अधिकारी क्षति का आंकलन व अंतिम व्यक्ति को मुआवजा वितरण तक मौके पर ही रहेंगे तैनात
- लोनिवि के अधिकारियों को भवनो को हुई क्षति की टेक्निकल रिपोर्ट आज ही प्रस्तुत करने के निर्देश
- फुलेत में दैवीय आपदा में मलबे से ब्लॉक खाले एंव पैदल रास्ते खोलने के लिए पीएमजीएसवाई को मौके पर ही धन की स्वीकृति ; आज से ही कार्य चालू करने के निर्देश
- अभी तक प्रशासन द्वारा हेली सेवा के माध्यम से पहुंचाई जा रही थी राशन रसद;
- जिला मुख्यालय से लगभग 40 किमी छमरौली तक दुर्गम रास्तों तथा छमरोली से लगभग 12 किमी पैदल रूट से प्रशासनिक अमले संग फुलेत पहुंचे डीएम
- ग्राउंड जीरो पर प्रशासनिक अमले संग डटे है डीएम सविन
- आजादी के बाद से पहली बार किसी डीएम को अपने बीच पाकर भावुक हुए क्षेत्रवासियों, डीएम और प्रशासन का जताया आभार
देहरादून : जिलाधिकारी सविन बंसल शुक्रवार को पूरे प्रशासनिक अमले के साथ दुर्गम रास्ते और पगडंढियो से होते हुए 12 किलोमीटर पैदल चलकर आपदा प्रभावित सुदूरवर्ती गांव फूलेत और छिमरौली पहुंचे और आपदा पीडितों की आपबीती सुनी। जिलाधिकारी ने कहा कि दुःख की इस घडी में पूरा प्रशासन हर पल प्रभावितों के साथ खडा है। आपदा प्रभावितों को हर संभव मदद एवं राहत पहुंचाने के साथ उनकी समस्याओ का प्राथमिकता पर निराकरण किया जाएगा। आजादी के बाद पहली बार किसी डीएम को अपने बीच पाकर दूरस्थ क्षेत्रवासी भावुक दिखे। क्षेत्रवासियों ने आपदा की इस घडी में प्रभावितों की समस्याओं का निराकरण करने के लिए पूरे प्रशासन का आभार जताया।
जिलाधिकारी ने फूलेत और छमरौली में प्रभावितों की समस्याए सुनी। उन्होंने अधिकारियो को निर्देश दिए कि भूमि कटाव; फसल क्षति; भवन क्षति; पशु हानि आकलन एवं मुआवजा वितरण के लिए तहसीलदार; ब्लॉक प्रभार, एडीओ कृषि व उद्यान; जेई लोनिवि को अंतिम व्यक्ति को मुआवजा वितरण तक मौके पर ही स्टेशन रहने के निर्देश दिए। लोनिवि के अधिकारियों को भवनो को हुई क्षति की टेक्निकल रिपोर्ट आज ही प्रस्तुत करने को कहा। वही पीएमजीएसवाई को आपदा में मृतक एवं लापता मजदूरों का समुचित विवरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। दैवीय आपदा से मलबे से क्षतिग्रस्त पैदल रास्ते खोलने के लिए पीएमजीएसवाई को मौके पर ही बजट स्वीकृति प्रदान करते हुए आज से ही कार्य चालू करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने पीएमजीएसवाई और लोनिवि को क्षतिग्रस्त मालदेवता-सेरकी सिल्ला-छमरौली फूलेत मोटर मार्ग पर दोनो तरफ से जेसीबी के साथ पाकलैंड मशीन लगाते हुए सडक को जल्द से जल्द सुचारु करने के निर्देश दिए। श्रेत्रवासियो ने बताया कि फूलेत में 4, सिमयारी मे एक ओर छमरौली में 02 घर क्षतिग्रस्त हुए है। आपदा में क्षतिग्रस्त पैदल रास्तो को दुरूस्त करने के लिए जिलाधिकारी ने ब्लाक के जेई को आपदा क्षेत्र में ही स्टेशन रहते हुए दो दिनो के भीतर सभी क्षतिग्रस्त रास्तो का आंगणन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। कहा कि क्षतिग्रस्त रास्तो को ठीक कराने के लिए आपदा से धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी। फूलेत और छिमरौली में राशन की समस्या पर जिलाधिकारी ने आस्वस्त किया कि दोनों गांव के लिए हैली या खच्चर से जैसे भी होगा गांव की सस्ता गल्ला दुकानो तक एक दो दिन में राशन पहुंचाया जाएगा।
प्राथमिक विद्यालय छिमरौली और राइका भगद्वारा खाल तक पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त होने, स्कूल में शौचालय, पेयजल, शिक्षको एवं स्कूल की विभिन्न समस्याओं पर जिलाधिकारी ने डीईओ और बीईओ को कल ही स्कूल का निरीक्षण कर विद्यालय की सभी समस्याओ और आवश्यकताओ की जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। कहा कि विद्यालय की समस्याओ को शीघ्र दूर किया जाएगा। गांव में क्षतिग्रस्त सिंचाई नहर, गूल एवं पेयजल लाईनों को ठीक करवाने हेतु डीएम ने लघु सिंचाई व पेयजल को त्वरित रूप से रेस्टोरेशन कार्यो को पूर्ण करने के निर्देश दिए।
फलेत और छमरौली गांव के निवासियों ने बताया कि पाल्या सेरा तोक में चार परिवार के घरों में दरारे पडी है। वही गांव मे नगदी फसल एवं खेतोँ को भारी नुकसान पहुंचा है। सडक क्षतिग्रस्त होने से हल्दी, अदरक, मिर्च, मटर आदि नगदी फसलें मंडी तक नहीं जा पा रही है, जिससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। सिंचाई नहर क्षतिग्रस्त हो गई है। निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, संयुक्त मजिस्ट्रेट हर्षिता, जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार, ईई विद्युत राकेश कुमार, लोनिवि, पीएमजीएसवाई सहित ब्लाक स्तरीय अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।


