गोपेश्वर (चमोली)। चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने मंगलवार को नंदादेवी राजजात के प्रस्तावित कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि राजजात के कार्यों की डीपीआर बनाने में डुप्लीकेसी नहीं होनी चाहिए। डीपीआर बनाने में सभी विभागों को समन्वय बनाकर तेजी लानी होगी।
नंदादेवी राजजात यात्रा मार्ग के प्रस्तावित कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक में डीएम तिवारी ने कहा कि अपर जिलाधिकारी विवेक प्रकाश की अध्यक्षता में समिति का गठन करते हुए जिला पर्यटन अधिकारी, आरडब्लूडी तथा सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता को समिति शामिल करने के निर्देश दिए। उन्होंने टीम को यात्रा मार्ग का निरीक्षण कर प्राथमिकता के आधार पर निर्माण कार्यों के प्रस्ताव तैयार कर एक सप्ताह के भीतर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
उन्होंने सिंचाई विभाग तथा ग्रामीण विभाग (आरडब्लूडी) द्वारा प्रस्तावित कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि कार्यों की डीपीआर बनाने में तेजी लानी होगी। उन्होंने सिंचाई खंड थराली के अधिशासी अभियंता को निर्देशित किया कि प्रस्तावित कार्यों की प्राथमिकता तय कर, उनकी फोटो समेत डीपीआर जल्द उपलब्ध करानी होगी। आरडब्लूडी के अधिशासी अभियंता को सिंचाई विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर कार्यों की योजना बनाने पर जोर देते हुए उनका कहना था कि इससे डुप्लीकेसी से बचा जा सकेगा। कहा कि डीपीआर बनाने में किसी भी प्रकार के कार्यों की डुप्लीकेसी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने पड़ाव स्थलों पर भीड़ प्रबंधन, आवाजाही के मार्ग, पार्किंग व्यवस्था, पेयजल सुविधाएं एवं मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण के कार्य और बाढ़ सुरक्षा संबंधी कार्यों को प्राथमिकता में रखने के निर्देश दिए।
बैठक में सिंचाई खंड थराली के अधिशासी अभियंता प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि विभाग द्वारा स्नान घाट, चेंजिंग रूम, सुरक्षात्मक निर्माण, बाढ़ सुरक्षा कार्य, मंदिर सौंदर्यीकरण, गेट निर्माण एवं संपर्क मार्गों से संबंधित प्रस्ताव तैयार किए गए हैं। आरडब्लूडी के अधिशासी अभियंता अलादिया ने बताया कि विभागीय प्रस्तावों में पैदल मार्ग, टीन शेड, यात्री विश्रामगृह तथा स्थायी एवं अस्थायी पार्किंग निर्माण कार्य सम्मिलित हैं इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक त्रिपाठी, जिला पर्यटन अधिकारी अरविंद गौड़ आदि मौजूद रहे।


