गोपेश्वर (चमोली)। जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी ने शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में अधिकारियों के क्षमता विकास और व्यावसायिक कार्यक्रमों की नियमित निगरानी किए जाने को कहा।
डीएम तिवारी ने विभागीय अधिकारियों को विद्यालयों में परियोजनाओं के माध्यम से संचालित क्षमता विकास के कार्यों में गुणवत्ता बनाए रखने, नियमित निगरानी करने और निर्माण कार्यों को गुणवत्ता के साथ तय समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए।
उन्होंने समग्र शिक्षा के तहत जनपद में प्रारंभिक और माध्यमिक शिक्षा के तहत किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। विभागीय अधिकारियों को जनपद के विद्यालयों का औचक निरीक्षण कर पुस्तकालय समेत परियोजना के तहत संचालित व्यावसायिक कार्यक्रमों का निरीक्षण कर एक सप्ताह में रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने नंदानगर में संचालित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की व्यवस्थाओं की जानकारी लेते हुए अधिकारियों का नियमित जांच करने और भोजन और आवास की व्यवस्था चाक चौबंद रखने के भी निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने विभाग की ओर से करवाए जा रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए ग्रामीण निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता को कार्यों का गुणवत्ता और आंगनबाड़ी केंद्रों में बनाई जा रही पेंटिंग का निरीक्षण कर जांच कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को जीआईसी पैंतोली का निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने विभागीय अधिकारियों को छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए विद्यालयों में स्मार्ट क्लास और पुस्तकालयों के निर्माण पर जोर देने की बात कही।
बैठक में मुख्य शिक्षा अधिकारी धर्म सिंह ने बताया कि समग्र शिक्षा के तहत इस वर्ष प्राथमिक शिक्षा में क्षमता विकास के लिए 386.91 लाख की स्वीकृत धनराशि में से 332 लाख का व्यय किया गया है, जबकि माध्यमिक स्तर पर 2.87 लाख की धनराशि अवमुक्त हुई है। इसके सापेक्ष कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने जिला योजना की कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि योजना के तहत 112 कार्य योजनाओं के लिऐ 427.50 लाख की धनराशि अवमुक्त की गई है। इसके सापेक्ष वर्तमान तक 392.53 लाख की धनराशि व्यय की जा चुकी है। इस मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी श्रीकांत पुरोहित, सतीश चमोली समेत अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।


