posted on : मार्च 25, 2025 11:08 अपराह्न
देहरादून : पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड दीपम सेठ द्वारा सरदार पटेल भवन स्थित सभागार में कुम्भ मेला 2027 की तैयारियों को लेकर पुलिस अधिकारियों के साथ एक बैठक कर पुलिस व्यवस्था की समीक्षा की। इस दौरान पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि कुंभ मेला के लिए ठोस कार्ययोजना बनाकर उसकी निरंतर समीक्षा करें, ताकि श्रद्धालुओं को सुरक्षित, सुगम और व्यवस्थित अनुभव प्राप्त हो।
बैठक के दौरान पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड दीपम सेठ ने कहा “उत्तराखण्ड पुलिस कुंभ मेला के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। हम आधुनिक तकनीक और बेहतर प्रबंधन के माध्यम से कुम्भ मेला 2027 को सुगम और सुरक्षित बनाएंगे। पुलिस बल पूरी तत्परता और संवेदनशीलता के साथ अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करेगा।”
कुंभ मेला 2027 की तैयारियों को लेकर रणनीति
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से पूर्व में सम्पन्न कुंभ मेलों के दौरान पुलिस व्यवस्था, निर्माण कार्य और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं को प्रदर्शित किया। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक महोदय ने वर्ष 2027 में आयोजित होने वाले कुंभ मेले की तैयारियों पर विशेष चर्चा की और स्पष्ट निर्देश दिए कि इसमें सम्मिलित सभी विभाग एवं शाखाएं अभी से स्थलीय निरीक्षण कर अपने-अपने विस्तृत कार्ययोजनाएं तैयार करें। यातायात शाखा को संपूर्ण यातायात प्लान, संचार विभाग को कम्युनिकेशन प्लान, फायर सर्विस को अग्नि सुरक्षा प्लान, प्रशिक्षण विभाग को कुंभ से संबंधित प्रशिक्षण योजना, कार्मिक विभाग को जनशक्ति प्रबंधन प्लान तथा मॉर्डनाइजेशन विभाग को निर्माण कार्य की विस्तृत योजना तैयार करने के निर्देश दिए गए। साथ ही, एसडीआरएफ, बम डिस्पोजल टीम और जल पुलिस को भी अपनी तैयारियों का आंकलन कर विस्तृत योजना बनाने के निर्देश दिए गए, ताकि कुंभ मेला 2027 को सुरक्षित, सुव्यवस्थित और सफल बनाया जा सके।
कुम्भ मेले हेतु अन्य विस्तृत प्लानों के साथ रेलवे का भी सुगम व सरल प्लान समय से तैयार कर लें। कुंभ मेला 2027 एक वृहद और भव्य आयोजन है, जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इसके दृष्टिगत सम्पूर्ण मेला क्षेत्र की निगरानी सुनिश्चित करने हेतु सुरक्षा योजना तैयार करते हुए सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने व ड्रोन और आधुनिक निगरानी उपकरणों का उपयोग करने के भी निर्देश दिए।
सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ और प्रभावी बनाने के लिए अतिरिक्त केंद्रीय सुरक्षा बलों की मांग करने के निर्देश दिए। मेला कंट्रोल रूम को सभी आवश्यक संसाधनों से सुसज्जित किया जाए, और सीमावर्ती राज्यों के जनपदों के साथ निरंतर समन्वय स्थापित करते हुए नियमित रूप से सूचनाओं का आदान-प्रदान हो, जिससे मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। कुम्भ मेले की व्यवस्था को बेहतर, प्रभावी और सुरक्षित बनाने के लिए आवश्यक निर्माण कार्यों का पूर्व आकलन कर लिया जाए। सभी स्नान घाटों के आगमन और निकास बिंदुओं का स्पष्ट चिन्हांकरण किया जाए तथा किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए आपातकालीन निकासी योजना (Emergency Evacuation Plan) तैयार करने के निर्देश दिए। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और आपदा प्रबंधन को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए पुलिस बल को विशेष तैराकी प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, हरिद्वार को निर्देश दिया गया कि आगामी कुंभ मेला-2027 के लिए अभी से एक कोर टीम के गठन की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए। इसके लिए टीम के संभावित सदस्यों की सूची तैयार कर समय पर उपलब्ध कराई जाए, ताकि निर्धारित अवधि में कोर टीम का गठन कर उन्हें जनपद हरिद्वार में तैनात किया जा सके।
गोष्ठी में अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था वी. मुरूगेशन, पुलिस महानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था नीलेश आनन्द भरणे, पुलिस महानिरीक्षक/निदेशक यातायात नारायण सिंह नपलच्याल, पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र राजीव स्वरूप, पुलिस उप महानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था धीरेन्द्र गुंज्याल सहित अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।


