posted on : अक्टूबर 20, 2021 4:42 अपराह्न
शैलेंद्र सिंह
कोटद्वार । कोरोना महामारी कम होने के बाद अब डेंगू का खतरा बढ़ने लगा है । दो साल के अंतराल के बाद शहर में एक बार फिर डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ रही है। पिछले दस दिनों में राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार में औसतन 5 केस मिल रहे हैं। डाक्टरों का कहना है कि अक्टूबर माह में डेंगू मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, क्योंकि बुखार से ग्रस्त मरीज बहुत आ रहे हैं और मच्छरों के काटने के कारण बुखार से ग्रस्त हो रहे हैं। अच्छी बात यह है कि मरीज समय पर इलाज ले रहे हैं तो गंभीर रूप से बीमार होने से बच रहे हैं । किंतु स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम द्वारा डेंगू से बचाव के लिए कोई व्यवस्था नजर नहीं आ रही है । जो लोग अभी तक डेंगू पॉजिटिव आए हैं उनके यहां न तो स्वास्थ्य विभाग ने फीडबैक लिया है और ना ही नगर निगम द्वारा उस इलाके में फागिंग की व्यवस्था की गई है ।
राजकीय बेस चिकित्सालय के वरिष्ठ डाक्टर एमपी सिंह ने बताया कि डेंगू के लक्षणो में मरीज के सिर में तेज दर्द होना और मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द की शिकायत होना, जी मिचलाना, बार-बार उल्टी होना, आंखों के पीछे दर्द होना, ग्रंथियों में सूजन हो जाना, त्वचा पर लाल चकत्ते पड़ना होते है । इससे बचाव के लिए हमें घर के आसपास पानी जमा नहीं होने दें, पानी के बर्तनों को ढककर रखें, खाली गमलों, टायरों, कूलरों का पानी साफ करते रहें, खुले में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें, पूरे बाजू की कपड़ों को पहनें और फ्रीज की ट्रे को रोज साफ करना चाहिए ।
जब इस संबंध में नगर आयुक्त केएस नेगी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमारे द्वारा शहर में फॉकिंग की जा रही है एवं जागरूकता के लिए अभियान चलाया गया है वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रवीन कुमार ने बताया कि जो यह टेस्ट किए जा रहे हैं वह किट पर किए जा रहे हैं डेंगू की पुष्टि एलाइजा टेस्ट होने के बाद की जाती है कोटद्वार में डेंगू पॉजिटिव कितने लोग हैं यह मेरे संज्ञान में नहीं है हमारी टीम घर घर जाकर जांच व जागरूकता पर जोर देने के साथ फागिग कर रही है ।