गोपेश्वर (चमोली)। सब कुछ ठीक ठाक रहा और मोबाइल कंपनी ने त्वरित गति से कार्य किया तो जल्द ही निजमूला घाटी के एक दर्जन से अधिक गांवों में मोबाइल की घंटी बजने लगेगी और लोगों को मोबाइल फोन का लाभ मिलना शुरू होगा।
निजमूला घाटी के पाणा, ईराणी समेत एक दर्जन से अधिक गांवों में अभी भी मोबाइल के सिग्नल नहीं आते है। जिससे लोगो को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। लाॅक डाउन के चलते विद्यालय बंद होने की दशा में बच्चों की पढ़ाई यथावत रखने के लिए ऑन लाइन पढाई की व्यवस्था भी शुरू की गई थी लेकिन इस क्षेत्र के बच्चों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा था बच्चे चार किलोमीटर का पैदल रास्ता तय कर संकटाधार में जाकर मोबाइल के सिगलन मिलने पर आपनी पढ़ाई करने को मजबूर हो रहे थे। लाइव एसकेजी न्यूज पोर्टल ने इसे प्रमुखता से अपने पोर्टल पर चलाया था। जिसका असर ये हुआ कि एक प्राइवेट मोबाइल कंपनी ने यहां पहुंच कर क्षेत्र का सर्वे कर एक माह के भीतर यहां पर टावर खड़ा कर गांवों को मोबाइल नेटवर्क से जोड़ने की तैयारी शुरू कर दी है।
रविवार को गोपेश्वर पहुंचने पर पाणा के प्रधान मोहन सिंह नेगी ने बताया कि शनिवार को जीओ कंपनी के तकनीकी हेड अमित उपाध्याय व जेई आशीष बिष्ट गांव में पहुंचे थे। उन्होंने पूर्व में सैंजी गांव में लगे टावर निरीक्षण भी किया लेकिन इस टावर को कहीं से भी सिंगनल नहीं मिल पा रहा था जिस कारण यह टावर चालू नहीं किया जा सका। लेकिन फिलहाल इस टावर को गोपेश्वर के निकट घिंघराण से जोडने का प्रयास किया जा रहा है ताकि कुछ राहत मिल सके। साथ ही संकटाधार में कंपनी की ओर एक माह के भीतर नया टावर खड़ा करने के लिए भी तैयारी शुरू कर दी गई है। इस टावर के शुरू होने पर घाटी के सभी गांवों को मोबाइल के सिंगनल मिलने शुरू हो जायेंगे। उन्होंने कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत तौर से कंपनी प्रबंधकों से बात कर जल्द से जल्द कार्य शुरू करने का आग्रह किया है। वहीं मोबाइल टावर के सर्वे के बाद गांव के लोगों में काफी खुशी नजर आ रही है।



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