जोशीमठ / चमोली । जिले में चल रहे लॉकडाउन के चलते बीते के माह से बंद पड़ी औली-जोशीमठ रोपवे का शुक्रवार को जीएमवीएन की ओर से अनुरंक्षण के लिये संचालन किया गया। रोपवे के तकनीकी अधिकारियों ने बताया कि मशीनों के अत्याधिक तक बंद रहने से खराब होने के खतरे को देखते हुए रोपवे का संचालन किया गया। जिसके बाद उन्होंने रोपवे की मशीनों के बेहतर स्थिति में होने की बात कही है।
बता दें कि चमोली जिले में कोरोना के चलते जारी लॉकडाउन के दौरान विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल औली तक आवाजाही के लिये संचालित रोपवे को बंद कर दिया गया था। जिसके बाद से रोपवे का संचालन न होने से रोपवे की मशीनों के जंक खाने का खतरा बना हुआ था। जिसे देखते हुए जीएमवीएन की ओर से सोशियल डिस्टेंसिंग के साथ ही लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए रोपवे का संचालन किया गया।
रोपवे प्रबंधक दिनेश मलासी का कहना है कि करोड़ों की लागत से एशिया की सबसे लम्बी जोशीमठ-औली रोपवे का निर्माण किया गया है। जो जीएमवीएन की आय का बड़ा साधन है। ऐसे में लम्बे समय तक मशीनों का संचालन न होने पर तकनीकी खराबी आने का भय बना रहता है। जिसके चलते रोपवे का एक दिन के लिये संचालन किया गया। रोपवे को सैलानियों के लिए पूर्णरुप से बंद ही रखा गया है।
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