पोखरी / चमोली । चमोली जिले के पोखरी ब्लॉक के चमसील गांव में महिलाएं लॉकडाउन के दौरान सब्जी विपणन से बेहतर आय प्राप्त कर रही हैं। यहां इन दिनों गांव की महिलाओं ने करीब 18 हजार के लागत की मटर को विपणन किया जा चुका है। जबकि अन्य सब्जियों का भी विपणन किया जा रहा है। ऐसे में ये महिलाएं अपने घरेलू दैनिक कार्यों के साथ ही बेहतर आय प्राप्त कर ग्रामीणों को स्वरोजगार से आर्थिकी मजबूत करने की राह दिखा रही हैं।
चमोली जिले के पोखरी ब्लॉक के चमसील गांव की 12 महिलाओं की ओर से वर्ष 2017 में सेवा इंटरनेशनल के सहयोग से गांव में समुहिक खेती शुरु की गई। जिसके बाद से महिलाएं लगातार अपने उत्पादों को बाजार में बेचकर अपनी आर्थिकी मजबूत कर रही हैं। कोरोना संक्रमण के चलते मैदानी इलाकों से होने वाली सब्जी की सप्लाई के मांग के अनुरुप न होने पर महिलाओं के उत्पादन की पोखरी क्षेत्र में मांग बढ गई है। ऐसे में महिलाओं ने इन दिनों 18 हजार लागत की तीन हजार किलो मटर का विपणन किया गया है। वहीं महिलाओं के खेतों में टमाटर, फ्रासबीन, हरी सब्जी का भी उत्पादन किया जा रहा है। महिलाओं की ओर से की जा रही आय स्थानीय लोगों के साथ ही इन दिनों गांवों में लौटे प्रवासी ग्रामीणों को भी स्वरोजगार के लिये प्रेरित कर रही है।
स्थानीय महिला लता बत्र्वाल, पार्वती देवी अरूंधती देवी, बीना देवी, तारा, दीपा, मनीषा और ज्योति ने बताया कि वर्ष 2017 में उन्होंने 12 महिलाओं का समूह बनाकर 12 नाली भूमि पर सामुहिक सब्जी उत्पादन का कार्य शुरु किया था। जिसके बाद से वे अपने घरेलू कार्य के साथ ही सब्जी उत्पादन का कार्य कर रही हैं। जिससे महिलाओं को आर्थिक रुप से बेहतर लाभ प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि अब आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं भी सामुहिक खेती के बारे में जानकारी जुटा रही हैं।
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