गोपेश्वर। नंदानगर ब्लॉक के आपदा प्रभावित क्षेत्र में लापता लोगों को ढूंढने के लिए प्रशासन ने रेस्क्यू आपरेशन को मिशन के तौर पर ले लिया है। हालांकि जिस तरह प्रभावित क्षेत्र में मलवे ने पांव पसारे हैं, उसके चलते लापता लोगों को ढूंढ निकालना किसी चुनौती से कम नहीं है।
नंदानगर ब्लॉक मुख्यालय की आपदा ने प्रभावितों के जिंदा रहने की संभावनाओं को मुश्किल में ला खड़ा कर दिया है। आवासीय मकानों पर टूटे कहर के चलते ही ज्यादातर लोग मलवे के भीतर ही पड़े है। इस तरह के हालातों में उन्हें सुरक्षित निकालना कोई आसान काम भी नहीं है। फिर भी सरकारी अमला स्थानीय लोगों की मदद से प्रभावितों की तलाश में जुटा हुआ है। मलवे ने जिस तरह पूरे इलाके को मंजर में बदल दिया है उसके चलते प्रभावितों के बच निकलने की उम्मींदे क्षीण होती जा रही है। फिर भी इस त्रासदी में मलवे में दबे लोगों को निकालने की कवायद युद्धस्तर पर चल रही है। इस आपदा में पूरे इलाके के लोगों को झकझोर कर रख दिया है। आपदा से बुरी तरह टूट चुके लोगों के सामने सुरक्षित भविष्य का सवाल खड़ा हो गया है। हालांकि तमाम प्रभावितों को सरकारी अमले में सुरक्षित स्थानों पर शरण दे दी है। फिर भी जो लोग लापता चल रहे हैं उनको लेकर चिंता की लकीरें परिजनों के चेहरों पर खींची हैं। अब देखना यह है कि रेस्क्यू आपरेशन से लापता लोगों को निकालने में किस तरह उम्मीद बनती है।


