गोपेश्वर (चमोली)। आए दिन फसलों को नुकसान के साथ जंगली जानवरों से परेशान सगर गंगोलगांव के काश्तकारों ने फसलों की सुरक्षा को लेकर वन विभाग और सासंद को ज्ञापन भेजा है।
सभासद सुशीला देवी के नेतृत्व में ग्रामीणों के शिष्ट मंडल ने केदारनाथ वन्य प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी से मुलाकात कर क्षेत्र में आए दिन जंगली जानवरों की ओर से काश्तकारों की फसलों को हो रहे नुकसान को लेकर क्षेत्र में चेन फैसिंग के साथ उचित मुआवजा दिए जाने की मांग की है। इसको लेकर सांसद अनिल बलूनी को भी ग्रामीणों ने ज्ञापन भेजा है। ग्रामीणों ने बताया कि सगर, गंगोलगांव के ग्रामीणों का मुख्य व्यवसाय पशुलपाल, कृषि, बागवानी है। अधिकांश ग्रामीण काश्तकारी कर ही अपना गुजर बसर करते हैं। काश्तकार दिनरात मेहनत कर अपनी खेती बाडी को संवारने में लगे हैं, लेकिन आए दिन जंगली जानवरों के फसलों को नुकसान पहुंचाए जाने से काश्तकारों की मेहनत भी बर्बाद हो रही है। इससे परेशान नागरिकों ने कहा कि क्षेत्र में सुरक्षा के दृष्टिगत कई बार चैन फैसिंग योजना को लेकर पत्राचार किया गया है बावजूद आज तक स्थिति जस की तस बनी है। इसको लेकर ग्रामीणो ने सांसद को ग्रामीणों की समस्याओं का निराकरण को लेकर ज्ञापन भेजा है। काश्तकार रविंद्र सिंह का कहना है कि आए दिन जंगली जानवरों की ओर से फसलों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। ग्रामीण महिलाएं रात्रि को जागकर किसी तरह से अपनी फसलों को बचा रहे हैं लेकिन आए दिन जिले में रात्रि वर्षा के चलते ग्रामीणों को रातजगा करना किसी चुनौती से कम नहीं हैं। उन्होंने बताया कि इन दिनों झंगोरा, मंडुवा समेत नगदी फसल खेतों में हो रखी है लेकिन रात्रि को जंगली जानवर खेतों में घुसकर फसलों को बर्बाद किया जा रहा है। उन्होंने सगर गंगेलगांव में चैन फैसिंग योजना स्वीकृत किए जाने की मांग की है। इस मौके पर सतेंद्र रावत, विजय देवी, रीना देवी, सावित्री देवी, मनोज सिंह, राकेश सिंह, अरविंद सिंह, सोन सिंह शशि देवी समेत कई ग्रामीण शामिल रहे।


