posted on : सितम्बर 2, 2021 4:23 अपराह्न
देहरादून : बच्चों के व्यक्तित्व विकास और मानसिक मनोबल को ध्यान में रखते हुए डिजाईनिंग लाईफ विषय पर बी.के. रीतू दीदी द्वारा ऑन लाईन सेशन क्लास में लैक्चर दिया गया। अपने लैक्चर में बच्चों से उन्होने कहा कि महसूस करें कि आपके पास एक मैजिक ब्रश है और एक कैनवास है और कैनवास पर मैजिक ब्रश से अपने जीवन की डिजाइन कर रहे हैं। इसमें अपने जीवन की ड्राइंग बनानी है। अपने जीवन की ड्राइंग में हेल्दी, हैप्पीनेस और हारमॉनी को मुख्य स्थान देना है।
अपने लैक्चर में उन्होने कहानी के माध्यम से बताया कि एक टाइगर ने भालू के बच्चे को देखा और उसका शिकार करने के लिए उसके पीछे दौड़ने लगा। भालू का बच्चा दौड़ते दौड़ते एक नदी के ऊपर लकड़ी पर चड़ गया। लकड़ी के किनारे पर पहुंचने के बाद वह दूसरी तरफ नहीं जा सका, तब तक टाइगर आ गया उसके वजन से लकड़ी का किनारा टूट गया और भालू का बच्चा उस लकड़ी के साथ नीचे नदी में गिर गया। भालू का बच्चा भी उसी लकड़ी पर बैठकर आगे बहने लगा। कुछ बहने के बाद टाइगर फिर से भालू के बच्चे के करीब आने ही वाला था तभी उस भालू के बच्चे की मां आ जाती है। मां अपनी जान की कुर्बानी करते हुए टाइगर पर हमला कर देती है जिससे टाइगर भाग जाता है फिर मां अपने बच्चे की हीलिंग करने लगती है। इस कहानी से हमें शिक्षा मिलती है कि किसी भी परिस्थिति में हमें हार नहीं माननी है। हमें हर हाल में कोशिश करते रहने से जीत पक्की हो जाएगी।
इसी तरह जब भी हमारे जीवन में कोई परीक्षा, कठिनाईयां, परिस्थितियां आती हैं लेकिन हम परिस्थितियो के सामने हथियार न डाले और कभी भी मैदान ना छोडे। चाहे कितनी भी परिस्थितियॉ कठिन हो, परीक्षा हाल में पेपर कठिन हो फिर भी प्रयास करते रहे यदि गणित नही आती है तो तीन बार प्रैक्टिस करें। गणित के पेपर में भी मूड ऑफ नहीं करेंगे। घर पर कभी थोड़ी सी डांट भी मिल गई, तब भी मूड ऑफ नहीं करना है। मम्मा को ठीक बोल कर आगे पढ़ाई कर लेना है। यदि हम बहादुरी से सामना करते है तब उस कहानी का टाइगर हमारे सामने पेपर टाइगर बन जाएगा। क्योंकि मम्मी, पापा व हमारी फैमली और फ्रेडस के अलावा सबसे बड़ा सुप्रीम पावर ईश्वर आपके साथ है।
दूसरे उदाहरण में उन्होने बताया कि यदि घर में मम्मा ने भिंडी की सब्जी या कोई दूसरी सब्जी बनायी है और आपको वह सब्जी पसंद नहीं है, तब भी आपने मूड ऑफ नहीं करना है। सब्जी बनाते समय जो आपका फेवरेट है, वह सब्जी उसमें मिक्स करा लेना है, या उसी सब्जी को ही खा लेना है। मम्मा इतनी मेहनत से घर लेकर आती है फिर मेहनत करके बनाती है कि मेरे बच्चे शक्तिशाली हो, हेल्थी हों। अगर एक बार खाने का डिस-रिस्पेक्ट किया तो जो सब्जी उगाने वाला उसका डिस-रिस्पेक्ट, लाने वाले का डिस-रिस्पेक्ट, फिर मम्मा का डिस-रिस्पेक्ट हो जाता है। अच्छे बच्चे, एंजल बच्चे किसी का डिस-रिस्पेक्ट नहीं करते हैं।
क्लास के अन्त में होमवर्क देते हुए कहा गया कि आज शाम खाना खाने के समय पर बैठते खाना को थैंक यू बोलना है, मम्मा को थैंक यू बोलना, उस सुप्रीम फादर, ईश्वर को थैंक यू बोलना है। पक्का प्रॉमिस करना है। आज शाम का खाना, सुबह और दोपहर के खाने को थैंक्यू बोलना है। प्यार से, रिस्पेक्ट से खाना को खाना है। खाना को थैंक यू करके खाएंगे, तब खाने का असर मन पर होता है। खाना हमारे मन को भी शक्ति देता और शरीर को भी शक्ति देता है। जिससे हम शक्तिशाली बन जाएंगे। जब हम शक्तिशाली होंगे फिर टाइगर आने पर भी हम घबराएगे नहीं, तब भी हम ऑलवेज स्माइलिंग में रहेंगे।
उन्होने कहा कि आप अपने मम्मा के पास जाना और मम्मा को हग कर लेना और कहना मम्मा आई लव यू एंड थैंक यू और पापा को भी बोलना है, गॉड को भी बोलना है। आपके मम्मी पापा आपका रात दिन कितना ख्याल रखते हैं। क्लास के बाद मम्मा की झप्पी देकर आई लव यू एंड थैंक यू कहना है। हम सभी के पास दुआओं का अकाउंट है। हम जिसको भी दुआएं देंगे तो हमारे दुआओं का अकाउंट बढ़ता जाएगा। मम्मा सुबह से लेकर शाम तक कितनी चिंताओं के साथ आपका ख्याल रखते हैं। तो आप ने मम्मा को दुआएं दोगे तो आपके अकाउंट में दुआएं जमा होंगी। हमारे माता-पिता की दुआएं और सुप्रीम फादर की दुआएं हमारे जीवन में जादू का काम करती हैं। महत्वपूर्ण अभ्यास के लिए उन्होने कहा कि निश्चित समय में हम मुट्ठी बंद और चेहरा टाईट करके कहेंगे कि आई एम ए पावरफुल बीइंग, चेहरा खुश करके, खुशी को अपने अंदर महसूस करते हुए कहेंगे आई एम ए हैप्पी बीइंग और आई एम ए पीसफुल बीइंग। ब्रहम कुमारी संस्थान द्वारा चिल्ड्रेन पर्सनालिटी ई-कैम्प में विभिन्न विषयों पर प्रतिदिन जूम एप के माध्यम से ऑन लाईन क्लास में दिया जा रहा है। जूम आई डी-98921668494 है जिसमें पासवर्ड जरूरत नही है।


