गोपेश्वर (चमोली)। नंदादेवी लोकजात यात्रा में शामिल बंड क्षेत्र की छतोली को बुधवार को पारम्परिक लोकगीतों और जागरों के अगले पड़ाव भनाली के लिए रवाना हुई। नंदा की छंतोली को विदा करते समय महिलाओं और ध्याणियों की आंखों से अवरिल अश्रुओं की धारा बहनें लगी। कई ध्याणी तो फफक कर रोने लगे।
नंदा लोकजात के लिए बंड क्षेत्र की छंतोली विभिन्न पड़ावों से होते हुए कैलाश के लिए रवाना हो रही है। जिन पड़ावों से भी नंदा की छंतोली गुजरती के मां नंदा के भक्त छंतोली का पुष्पवर्षा के स्वागत कर रहे है और मां नंदा को समौण भी भेंट कर रहे है। बुधवार को भनाली में प्रवास के बाद गुरूवार को गौणा, निजमुला होते हुए गौण डांडा रात्रि विश्राम के लिए पहुंचेगी। 30 अगस्त को पंचगंगा से सप्तमी के दिन डोली नरेला बुग्याल पहुंचेगी तथा पूजा अर्चना कर लोकजात संपन्न होगी।
इस दौरान कुरूड नंदा की छंतोली के साथ आये पुजारी प्रकाश गौड, बंड मंदिर समिति के अध्यक्ष जगत सिंह नेगी, महामंत्री रघुनाथ सिंह फरस्वाण, बंड विकास संगठन के पूर्व अध्यक्ष अतुल शाह, शंभू प्रसाद सती, गेदाणू मंदिर के पश्वा जगत सिंह नेगी, नरेंद्र सिंह राणा, मदन सिंह नेगी, पुजारी अशोक गौड़, मोतीराम गौड, कमलेश गौड आदि शामिल रहे।


