उत्तरकाशी : कोरोना के खिलाफ चल रही जंग में उत्तरकाशी जिले के आयुष डॉक्टर सहित सभी कर्मी एकजुट होकर जीजान से मुकाबला कर रहे हैं। इस लड़ाई में आयुष विभाग के योद्धा लगातार पहली पंक्ति में तैनात होकर 12-12 घंटे तक की डयूटी कर रहे हैं। जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्साधिकारी के निर्देशन में अब तक पूरा अभियान काफी सफल साबित हुआ है।
जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. कुसुमलता उनियाल ने बताया कि आयुष विभाग के डॉक्टर एवं कर्मचारी लगातार क्वारंटाइन वार्ड, क्यूआरटी एवं वार रुम में डयूटी कर रहे हैं। पर इसके बावजूद विभाग की छवि धूमिल करने के तथ्यहीन प्रयास हो रही हैं। उन्होंने बताया कि कुछ जगहों से बिना तथ्यों के भ्रामक समाचार की सूचना आ रही है। जिसका वह खंडन करती हैं। ऐसी अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ नोटिस देकर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना की जंग में जीजान से जुटे आयुष कर्मी भी इस तरह की भ्रामक खबरों से परेशान हैं। स्पष्ट किया कि कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में विभाग का हर योद्धा पूरी तनमयता के साथ जुटा है।
उत्तरकाशी सबसे सफल पहाड़ी जिला
कोरोना के खिलाफ जंग में उत्तरकाशी जिले का प्रदर्शन सबसे अच्छा है। रिपोर्ट के अनुसार उत्तरकाशी ही प्रदेश का एकमात्र ऐसा जिला है जहां अब तक 127 लोगों की कोरोना जांच की गई। इसमें से एक भी पॉजीटिव मरीज नहीं मिला। जबकि प्रदेश के बाकी पर्वतीय जिलों में उत्तरकाशी के मुकाबले जांच का आंकड़ा आधे से भी कम है। अल्मोड़ा में 54, बागेश्वर में 12, चमोली में 16, चंपावत में 26, पिथौरागढ़ में 18, टिहरी में 37 व पौड़ी जिले में 87 लोगों की ही अब तक जांच हो पाई है।
Discussion about this post