posted on : मई 28, 2025 11:52 अपराह्न
हरिद्वार (चंद्रप्रकाश बहुगुणा): देवसंस्कृति विश्वविद्यालय में आंध्र प्रदेश के वित्त विशेषज्ञ के नारायण राव और राजस्थान की भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश मंत्री अनूसुइया गोस्वामी अपने परिवार और सहयोगियों के साथ पहुंचे। विश्वविद्यालय के प्राकृतिक वातावरण, सांस्कृतिक और रचनात्मक गतिविधियों का अवलोकन करने के साथ-साथ दोनों अतिथियों ने स्वावलंबन कार्यशाला का भी अध्ययन किया।
के नारायण राव एवं गोस्वामी ने विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक अध्यात्मवाद पर आधारित शिक्षा और शनैः-शनैः प्रगति कर रहे शैक्षणिक तथा गैरशैक्षणिक प्रयासों की गहरी प्रशंसा की। उन्होंने बताया कि देसंविवि का जीवन मूल्यों पर आधारित शिक्षा मॉडल, योग, स्वावलंबन तथा संस्कारित जीवनशैली के प्रति प्रतिबद्धता अनुकरणीय है और यह युवाओं के सर्वांगीण विकास में सहायक है।
अलग-अलग समय पर विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति युवा आइकॉन डॉ. चिन्मय पण्ड्या से भेंट के दौरान अतिथियों ने विश्वविद्यालय की वर्तमान उपलब्धियों, आगामी योजनाओं और नवाचारों पर विस्तृत चर्चा की। युवा आइकॉन डॉ. पण्ड्या ने बताया कि देवसंस्कृति विश्वविद्यालय केवल शिक्षा का केंद्र नहीं है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को सशक्त करने का एक प्रेरणास्रोत भी है। विश्वविद्यालय अपने कुलपिता पूज्य युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य एवं कुलमाता परम वंदनीया माता भगवती देवी शर्मा के सपनों को साकार करने की दिशा में निरंतर कार्यरत है।
प्रतिकुलपति ने कहा कि देसंविवि मूल्य आधारित नेतृत्व विकसित करने, युवाओं को राष्ट्रीय निर्माण में सक्रिय रूप से शामिल करने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर निरंतर काम कर रहा है। यह विश्वविद्यालय न केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता पर ध्यान देता है, बल्कि सामाजिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक उन्नति को भी प्राथमिकता देता है।
आंध्र प्रदेश के इच्छापुरम से संबंध रखने वाले के नारायण राव वित्त क्षेत्र के प्रखर विशेषज्ञ हैं। वे इच्छापुरम के पहले चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। मात्र २८ वर्ष की आयु में उन्होंने भारत के तीन प्रमुख संस्थानों — इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया, इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया तथा इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया में विशेष रैंक के साथ सदस्यता प्राप्त कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया था। उनकी यह उपलब्धि युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है।




